डबल मर्डर: पुलिस पर बताए आरोपितों के नाम एफआइआर में न दर्ज करने का आरोप
मजीठा रोड पर 18 अगस्त की शाम को हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगने लगे हैं।
जासं, अमृतसर: मजीठा रोड पर 18 अगस्त की शाम को हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगने लगे हैं। परिवार ने आरोप लगाया कि घटना के दौरान उन्होंने जो मजीठा रोड थाने की पुलिस को बताया था पुलिस ने उसे एफआइआर में लिखा तक नहीं है। इंसाफ की गुहार लगाते हुए पीड़ित परिवार हिदू सत्कार कमेटी के राष्ट्रीय प्रधान सुनील अरोड़ा की अगुआई में पुलिस कमिश्ननर विक्रम जीत दुग्गल से मिले। सीपी दुग्गल ने परिवारों को आश्वासन दिया है कि उनके साथ किसी तरह की धक्केशाही नहीं होने दी जाएगी।
मृतक मनीष शर्मा की पत्नी शमा शर्मा, भाई प्रदीप शर्मा और मृतक विक्रमजीत सिंह की पत्नी कोमलप्रीत कौर, भाई सिमरन सिंह ने सीपी कार्यालय के बाहर आरोप लगाया कि मजीठा रोड थाने की पुलिस ने अभी तक तरुणप्रीत सिंह, सौरव और जोबन नाम के युवकों का नाम एफआइआर में शामिल नहीं किया है जबकि वह घटना के बाद इन तीनों के नाम पुलिस को बता चुके हैं। सिमरन ने बताया कि मरने से पहले उसके भाई विक्रमजीत ने तरुणप्रीत, सौरव और जोबन का नाम लिया था। पुलिस ने घटना के बाद तीनों को हिरासत में लेकर थाने में भी रखा था लेकिन दबाव के कारण तीनों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। सुनील अरोड़ा ने कहा कि अगर पुलिस ने एक सप्ताह में संदिग्धों के नाम एफआइआर में शामिल नहीं किया तो वह संघर्ष करेंगे। मुंह पर केक मलने को लेकर हुआ विवाद
उल्लेखनीय है कि 18 अगस्त की शाम मजीठा रोड पर मुंह पर केक मलने को लेकर हुए विवाद में मनीष शर्मा और उसके दोस्त विक्रमजीत सिंह की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। उक्त मामले में पुलिस गोलियां चलाने वाले मनी ढिल्लों और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि 15-18 अज्ञात आरोपितों की पहचान आज तक नहीं कर पाई है। परिवार का आरोप है कि घटना से तीन महीने पहले हुए झगड़े का बदला लेने के लिए दोनों दोस्तों को वहां जानबूझ कर बुलाया गया था।