प्लेटफार्म 6 व 7 का शुभारंभ 20 को, आउटर की परेशानी से मिलेगी निजात
अमृतसर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा को देखते हुए दो नए प्लेटफार्म 6 और 7 तैयार किए गए हैं।
-लंबे से समय से रुका हुआ था प्लेटफार्म बनाने का प्रोजेक्ट, पहले भी जारी हुआ था फंड, मगर स्टेशन प्रबंधकों ने अन्य कामों पर कर दिए थे खर्च...
फोटो---36,36 ए
हरीश शर्मा, अमृतसर
रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा को देखते हुए दो नए प्लेटफार्म 6 और 7 तैयार किए गए हैं। नए दोनों प्लेटफार्म लगभग बनकर तैयार हो गए हैं। इसमें से प्लेटफार्म नंबर 6 को अस्थाई तौर पर शुरू कर दिया है और ट्रेनें खड़ी की जा रही हैं। जबकि प्लेटफार्म नंबर 7 अभी शुरु नहीं किया गया है। 7 नंबर प्लेटफार्म पर पेंट का काम चल रहा है। जोकि एक-दो दिन में पूरा हो जाएगा और 20 फरवरी को इसका शुभारंभ किया जा रहा है। इसके बाद प्लेटफार्म पर भी ट्रेनों का ठहराव शुरू हो जाएगा तो यात्रियों को आउटर की परेशानी से निजात मिल जाएगी। क्योंकि मौजूदा समय में प्लेटफार्मो की संख्या कम होने के कारण बहुत सारी ट्रेनों को मानांवाला या शिवाला फाटक पर खड़ा कर दिया जाता है। इन दोनों ही जगहों पर काफी देर तक ट्रेनें खड़ी रहती हैं। जिस कारण ट्रेनों में बैठे-बैठे यात्रियों को घंटो तक इंतजार करना पड़ता है। ट्रेंने आउटर में रुक जाने से खास कर महिलाओं और छोटे बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। हालांकि प्लेटफार्म बनाने की प्रोपजल करीब 15 सालों से चल रही थी। मगर डेढ़ साल पहले ही इसका काम शुरु हो पाया था। रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर अमृत ¨सह ने बताया कि प्लेटफार्म पूरी तरह से तैयार है और विभाग को इसकी रिपोर्ट बनाकर भेज दी है। जिस तहत 20 फरवरी को उद्घाटन की तारीख तय हुई है।
50 लाख की लागत से तैयार हुए नए प्लेटफार्म:
अमृतसर रेलवे स्टेशन पर रोजाना करीब 140 ट्रेनें आती जाती है। इतनी ज्यादा ट्रेनों के हर रोज आने के कारण स्टेशन के प्लेटफार्मों पर बहुत ज्यादा ट्रैफिक जाम रहता है। ऐसे में नए प्लेटफार्मो के लिए लंबे समय से जद्दोजहद चल रही थी। हालांकि 2007 में भी नार्दन रेलवे की ओर से नए प्लेटफार्म बनाने के लिए पांच करोड़ रुपए की राशि जारी की थी। मगर उस समय स्टेशन प्रबंधकों ने इस राशि को अन्य कामों पर खर्च कर दिया था और प्लेटफार्म बनाने काम काम बीच में ही लटक गया था। लेकिन परेशानी बढ़ने के कारण अब डेढ़ साल पहले 6 और 7 नंबर प्लेटफार्म बनाने का काम शुरु किया गया। जो अब लग भग पूरा हो चुका था। इन दोनों प्लेटफार्मों को तैयार करवाने में अनुमानित लागत 50 लाख रुपए है। हालांकि जब 2007 में प्लेटफार्म बनने थे तो उस वक्त, पटरी बिछाने, लाइनों को सीधा करने, शैड बनाने, जगह का इंतजाम करने जैसे कई काम थे। जिस कारण पांच करोड़ रुपए की राशि जारी हुई थी।