कोरोना से मौत की आगोश में समाए पूर्व एसएमओ की स्मृति में लगाया पौधा
कोरोना वायरस ने जिदगी के मायने बदल दिए हैं। इंसान के रहन-सहन आहार-व्यवहार में भारी परिवर्तन हुआ है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
कोरोना वायरस ने जिदगी के मायने बदल दिए हैं। इंसान के रहन-सहन, आहार-व्यवहार में भारी परिवर्तन हुआ है। अभी भी हम इस वायरस से जूझ रहे हैं। दुखद पहलू यह है कि कोरोना संक्रमित लोगों की जिदगी बचाने में जुटे कई डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मी भी असमय मौत की आगोश में समा गए। इन डाक्टरों को श्रद्धांजलि देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सराहनीय प्रयास किया है। पंजाब के सभी सरकारी अस्पतालों में इन शहीदों की स्मृति में एक-एक पौधा रोपित किया जाएगा। अमृतसर स्थित सिविल अस्पताल में वीरवार को डाक्टरों ने पौधा रोपित किया। जिला महामारी अधिकारी डा. मदन मोहन ने कहा कि डाक्टर वर्ग ने इस संकटकाल में बिना डरे वायरस से ग्रसित लोगों का उपचार किया। सिविल अस्पताल के पूर्व एसएमओ डा. अरुण शर्मा संक्रमित हुए और जिदगी से लड़ते हुए इस दुनिया से चले गए। असल में वह एक योद्धा थे जिन्होंने कोरोना काल में अपनी जान की परवाह न करते हुए काम किया। हम जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में पौधे रोपित कर उन डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को श्रद्धांजलि देंगे जो कोरोना की वजह से दुनिया से चले गए। इस अवसर पर सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. चंद्रमोहन, इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन स्वास्थ्य विभाग के चेयरमैन राकेश शर्मा, राजेश शर्मा, मनजिदर संधू, जसबीर कौर उपस्थित थे।