जेई की रिटायरमेट पार्टी में 70 से अधिक लोग जुटे, कवरेज करने गए पत्रकार को पीटा
कोरोना वायरस की दूसरी लहर कहर मचा रही है। पंजाब सरकार ने भीड़ इकट्ठी करने पर रोक लगाई है। इन नियमों का लागू करवाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन पर है।
संवाद सहयोगी, अटारी: कोरोना वायरस की दूसरी लहर कहर मचा रही है। पंजाब सरकार ने भीड़ इकट्ठी करने पर रोक लगाई है। इन नियमों का लागू करवाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन पर है। इसके लिए अधिकारी सख्ती भी कर रहे हैं लेकिन सरकारी अधिकारी ही सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कोरोना को आमंत्रण दे रहे हैं। इसकी ताजा मिसाल उस समय मिली जब चुगावां बिजली घर में जेई हरदीप कुमार की रिटायरमेंट पार्टी चल रही थी। घटना शुक्रवार शाम चार बजे की है। इसकी सूचना मिलने पर दैनिक जागरण के पत्रकार कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो पावरकाम स्टाफ को हाथ-पैर की पड़ गई। वहां 70 से अधिक लोग एकत्रित थे। रिटायरमेंट पार्टी में खूब शराब चल रही थी।
पत्रकार ने बताया कि जैसे ही उसने वहां पर हो रहे कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन करने के लिए फोटो खींचने की कोशिश की तो एसडीओ अश्वनी कुमार के उकसावे पर जेई हरदीप, जेई चरणजीत सिंह और स्टाफ कर्मी पिशोरा सिंह समेत अन्य स्टाफ ने पत्रकार को धमकियां देते हुए धक्कामुक्की की। फिर उसके साथ मारपीट की गई और वहां पर कुछ देर तक बंधक बनाते हुए उसे खबर नहीं लगाने की धमकियां दी गई।
पत्रकार से मारपीट करने के बाद उन्होंने राजीनामा के लिए भी दबाव डाला। करीब आधे घंटे के बाद पत्रकार उनके चंगुल से छूटकर बाहर की ओर भागा। बिजली कर्मी पीछे भागे और फिर रोड पर पत्रकार को पकड़ लिया। उसके बाद फिर किसी तरह बिजली कर्मियों के चंगुल से पत्रकार निकलने में कामयाब हो गया और बमुश्किल अपनी जान बचाई।
इसकी जानकारी पत्रकार यूनियन ने अमृतसर देहाती एसएसपी ध्रुव दहिया, एसपी डी गौरव तूड़, गुरप्रताप सिंह अटारी, एसएचओ लोपोके कपिल कौशल को दी। पंजाब पुलिस के उच्चाधिकारियों ने पत्रकार यूनियन के सदस्यों को विश्वास दिलाया कि एसडीओ व संबंधित स्टाफ पर कोविड-19 के तहत व पत्रकार से दुर्व्यवहार करने के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पत्रकारों के शिष्टमंडल को पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को सुबह दस बजे मिलने का समय दिया है। बड़ा सवाल: क्या उच्चाधिकारी इंसाफ दिलाएंगे?
जनता के सामने सच लाने और अधिकारियों की ओर से ही नियमों का उल्लंघन करने की जानकारी सामने लाने पर एक पत्रकार के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार करना कहां का न्याय है। अब क्या डीसी या पुलिस के उच्चाधिकारी इस मामले में अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए इंसाफ दिलाएंगे। डीएसपी को सौंपी मामले की जांच
एसपी डी देहाती गौरव तूड़ ने बताया कि इस मामले की जांच डीएसपी अटारी गुरप्रताप सिंह को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आरोपित पाए जाने वाले बिजली कर्मियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और पत्रकार को इंसाफ दिलाया जाएगा।