रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर और लिफ्ट बंद, राह हुई मुश्किल
वर्ल्ड क्लास के बनाए जा रहे रेलवे स्टेशन के एस्केलेटर और लिफ्ट बंद पड़ी हुई है। शुक्रवार की सुबह लोगों को दूसरे प्लेटफार्म पर जाने में परेशान होना पड़ा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : वर्ल्ड क्लास के बनाए जा रहे रेलवे स्टेशन के एस्केलेटर और लिफ्ट बंद पड़ी हुई है। शुक्रवार की सुबह लोगों को दूसरे प्लेटफार्म पर जाने में परेशान होना पड़ा। अपने सामान से भरे हुए बैग बड़ी मुश्किल से उठाते हुए वह सीढि़यां चढ़कर प्लेटफार्म पर पहुंचे। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन पर दो एस्केलेटर और चार लिफ्ट लगाई थी। लेकिन ज्यादातर बंद ही रहती हैं। रेलवे की तरफ से एक एस्केलेटर गोलबाग के एंट्री गेट और दूसरा एस्केलेटर रेलवे स्टेशन की मेन एंट्री पर लगाया गया है। फिलहाल एस्केलेटर बंद होने की समस्या पर अधिकारियों का तर्क है कि लोग एस्केलेटर के पास लगे बटन को दबाकर उन्हें बंद कर देते है। रेलवे जल्द ही एस्केलेटर के पास स्टाफ रखने की योजना बना रहा है। बता दें कि रेलवे ने शुक्रवार को अपना 168वां स्थापना दिवस भी मनाया, लेकिन ऐसे में स्थापना दिवस पर ही यात्रियों को परेशान होना पड़ा। रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए करे प्रबंध
पश्चिम एक्सप्रेस (02926) ट्रेन से नई दिल्ली जा रहे रजिदर कुमार का का कहना था कि एस्केलेटर बंद होने के कारण उन्हें काफी परेशान होकर अपनी ट्रेन तक पहुंचना पड़ा। उनके साथ बच्चे भी थे तो ऐसे में उन्हें बैग भी उठाने पड़े और बच्चों को भी ऊपर लेकर जाना पड़ा। उनका कम से कम 20 मिनट का समय खराब हुआ था। अगर उनकी ट्रेन निकल जाती तो उनकी भरपाई रेलवे ने भी नहीं करनी थी। उन्होंने रेलवे अधिकारियों से मांग की है कि उन्हें इस पर सख्त एक्शन लेते हुए इन्हें चलाने के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए।
रेलवे स्टेशन से चल रही 18 ट्रेनें
कोरोना काल के बाद अब ट्रेनें भी शुरू होने लगी है। इसके बाद यात्रियों का आवागमन भी काफी बढ़ गया है। अमृतसर से इस समय करीब 18 ट्रेनें चल रही हैं और रोजाना करीब छह ट्रेनें डेली जा रही हैं। इसमें चार से पांच हजार के करीब यात्री सफर कर रहे हैं। ऐसे में एस्केलेटर और लिफ्ट बंद होने से लोगों की समस्या बढ़ी है। स्टाफ की तैनाती की हो रही है तैयारी : प्रदीप कुमार रेलवे के असिस्टेंट डिवीजनल इलेक्ट्रिकल इंजीनियर प्रदीप कुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि एस्केलेटर के पास ही इनके स्विच लगाए गए हैं। उन्हें सेफ्टी के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन कुछ लोग शरारत करके उन्हें बंद करते है। ऐसे लोगों से निपटने के लिए जल्द ही एस्केलेटरों के पास स्टाफ रखने की तैयारी की जा रही है।