महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ पर एमएस बोले- सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेवार, अब मचा बवाल
अमृतसर के बड़े अस्पताल में दो महिला डॉक्टरों से छेड़छाड़ के बाद एमएस के विवादित बयान से मामला गर्मा गया है। एमएस ने घटना पर कह दिया कि सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेदार है।
अमृतसर, जेएनएन। यहां गुरुनानक देव अस्पताल में कार्यरत दो महिला रेजिडेंट डॉक्टरों से छेड़छाड़ के मामले में एमएस की टिप्पणी के बाद विवाद पैदा हो गया है। इसके खिलाफ रेजिडेंट डॉक्टर सड़कों पर आ गए हैं। उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है और इससे स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। बताया जाता है कि दो महिला डाक्टरों से सुरक्षा कर्मी द्वारा बदसलूकी किए जाने की जानकारी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. सुरिंदर पाल को फोन पर दिए जाने के बाद उन्होंने कह दिया कि 'सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेवार होती है। जैसे हम रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर अपने सामान की सुरक्षा करते हैं, ठीक वैसे ही यहां भी अपनी सुरक्षा खुद ही करो।'
दो दिनों से अमृतसर के गुरु नानकदेव अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं ठप, रेजिडेंट डाॅक्टर हड़ताल पर
एमएस की इस टिप्पणी के बाद गुरुनानक देव अस्पताल में बवाल मच गया। अस्पताल के पीजी, रेजिडेंट डॉक्टरों और मेडिकल स्टूडेंट्स ने एमएस का इस्तीफा मांगते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर सेहत सेवाएं ठप कर दीं। मंगलवार के बाद बुधवार को भी हड़ताल जारी है। बुधवार को पीजी, रेजिडेंट डॉक्टरों और मेडिकल स्टूडेंट्स प्रदर्शन किया और एमएस का पुतला फूंका।
हड़ताल के कारण आधा दर्जन से ज्यादा ऑपरेशन स्थगित कर दिए गए गायनी वार्ड का काम भी ठप रहा। मरीजों को अन्य अस्पतालों में भेजा गया। बता दें कि इस मामले में महिला डाक्टर से छेड़छाड़ करने वाले निजी सुरक्षा कर्मी के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
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मेरी बात का गलत मतलब निकाला गया: डाॅ. सुरिंदर पाल
उधर, हड़ताली डॉक्टरों के बीच पहुंचे डाॅ. सुरिंदर पाल ने कहा, मैंने महिला डॉक्टर को केवल आगाह किया था। मैंने यदि महिला डाक्टर को उदाहरण देकर अपना ख्याल रखने को कहा, तो इसमें गलत क्या? मैं केवल उसे समझा रहा था और मेरी बात का गलत मतलब निकाला गया।
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एमएस बताएं मैैं रेलवे स्टेशन, बस अड्डे पर थी या अस्पताल में
पीडि़त रेजिडेंट डॉक्टर ने कहा कि रविवार रात दो बजे जब वह ड्यूटी पर जा रही थी तो पार्किंग के नजदीक अस्पताल के एक निजी सुरक्षा कर्मचारी ने उसके साथ जबरदस्ती का प्रयास किया। उसने बड़ी मुश्किल से अपने आप को बचाया। एमएस फोन पर घटना की जानकारी दी तो उन्होंने मदद की बजाये नसीहत दे डाली। अस्पताल में सुरक्षा उपलब्ध करवाना किसकी जिम्मेदारी है। एक बताएं कि मैं घटना के समय रेलवे स्टेशन या बस अड्डे पर थी या अस्पताल में।