टीके के लिए मचा हाहाकार, कुछ तो करो सरकार
अंतत वही हुआ जिसका डर था। टीकाकरण की बढ़ती रफ्तार के बीच वीरवार को कोरोना रोधी वैक्सीन का स्टाक खत्म हो गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर :
अंतत: वही हुआ जिसका डर था। टीकाकरण की बढ़ती रफ्तार के बीच वीरवार को कोरोना रोधी वैक्सीन का स्टाक खत्म हो गया। जिले के दो दर्जन स्वास्थ्य केंद्रों में महज 1347 लोगों को ही टीका लगाया जा सका।
सिविल अस्पताल स्थित वैक्सीन सेंटर के बाहर नोटिस चिपका दिया गया कि इस सेंटर में वैक्सीन नहीं है। ऐसा ही एक नोटिस अस्पताल के प्रवेशद्वार पर भी चिपकाया गया था। असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हुए नोटिस बोर्ड पर एक नर्सिंग स्टाफ का मोबाइल नंबर दिया गया। इस नंबर पर लोगों ने फोन कर वैक्सीन आने के बाबत जानकारी मांगी तो जवाब मिला- मुझे पता नहीं। नर्सिंग स्टाफ का कहना था कि उसकी ड्यूटी इमरजेंसी वार्ड में है। मुझे तो यह भी पता नहीं कि टीकाकरण क्यों नहीं हो रहा। एक अन्य लैंडलाइन नंबर 0183-2535322 भी दर्ज था। यह नंबर आउट आफ सर्विस था।
बहरहाल, ऐसी स्थिति में टीका लगवाने आए लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ज्यादातर लोग वैक्सीन की पहली डोज लगवाने आए थे। इनमें सुल्तानविड रोड निवासी नीलम, सतनाम कौर, अमरजीत कौर आदि ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने एक दिन पहले यह जानकारी क्यों नहीं कि आज वैक्सीन नहीं लगेगी। विभागीय अधिकारी यही बयानबाजी कर रहे हैं कि हमारे पास वैक्सीन का पूरा स्टाक है।
गुरुनानक देव अस्पताल में 40 डोज लगीं। इसके अतिरिक्त पांचों सेटेलाइट अस्पतालों, ढाब खटिकां स्थित जनाना अस्पताल, वेरका स्थित कम्युनिटी हेल्थ सेंटर व जिले 70 से अधिक स्वास्थ्य केंद्रों में वीरवार को टीकाकरण नहीं हुआ। गुरुनानक देव अस्पताल में सैकड़ों लोग टीका लगवाने पहुंचे थे, जिन्हें निराश होकर लौटना पड़ा।
लोग सुबह ही वैक्सीन लगवाने के लिए अस्पताल में पहुंच गए थे। कुछ ऐसे थे जिन्हें 40 दिन पूर्व पहली डोज लग चुकी थी जो वीरवार को दूसरी डोज लगवाने आए थे। इन्हें भी निराश होकर लौटना पड़ा।
इधर, जिले के सात ब्लाकों में नाममात्र ही टीकाकरण हुआ। वैक्सीन खत्म होने के बाद सिविल सर्जन कार्यालय के अधिकारी वैक्सीनेशन केंद्रों में कितना टीकाकरण हुआ, इसकी जानकारी नहीं दे रहा।
वास्तविक स्थिति यह है कि 16 जनवरी को जब टीकाकरण अभियान की शुरूआत हुई थी तो महज 70 स्वास्थ्य कर्मियों ने टीका लगवाया था, अब जब लोग उत्साह से टीका लगवाने आगे आ रहे हैं तो टीके ही खत्म हो रहे हैं। 15 दिन बाद बुलाया है
रविदर शर्मा नाम की महिला के अनुसार वह गुरुनानकपुरा से आई हैं। पहली डोज लग चुकी है, दूसरी डोज लगवानी थी। अब स्टाफ पंद्रह दिन बाद आने को कह रहा है। गहरा सकता है वैक्सीन संकट
वैक्सीन संकट अभी और गहरा सकता है, क्योंकि एक मई से 18 आयु वर्ग के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने का क्रम शुरू किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग जिले में प्रतिदिन दस हजार लोगों को कवर करने की बात कह रहा है, पर इसके अनुपात में वैक्सीन नहीं भेजी जा रही है। तीन माह में सत्तर फीसद लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य यूं तो पूरा नहीं हो पाएगा।
24 हजार डोज मिलेंगी : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह के अनुसार वीरवार देर रात तक 24 हजार डोज अमृतसर पहुंच जाएंगी। पहली बार इतनी संख्या में डोज मिल रही हैं। अमृतसर में प्रतिदिन औसतन छह हजार डोज लग रही हैं। वैक्सीन आने के बाद अगले चार दिनों तक टीकाकरण में बाधा नहीं आएगी। वह लगातार चंडीगढ़ में अधिकारियों के संपर्क में हैं। स्वास्थ्य विभाग पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन भेज रहा है। स्वास्थ्य केंद्रों के अतिरिक्त हम 40 माइक्रो कंटेनमेंट और दो कंटेनमेंट जोन में जाकर वैक्सीनेशन सेशन लगाएंगे। कब कितनी वैक्सीन लगी
22 अप्रैल 1347
21 अप्रैल - 4645
20 अप्रैल - 9277
19 अप्रैल - 5254
18 अप्रैल 4672
17 अप्रैल 7769