हलका दक्षिण में 18वें दिन एक ही अंदाज में दूसरी हत्या
अमृतसर कुख्यात गैंगस्टरों का गढ़ रहा हलका दक्षिण अब एक बार फिर से अपराधियों की आरामगाह बनने लगा है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
कुख्यात गैंगस्टरों का गढ़ रहा हलका दक्षिण अब एक बार फिर से अपराधियों की आरामगाह बनने लगा है। 18 दिन के भीतर एक ही अंदाज में हुई दो हत्याएं साबित करती हैं कि उक्त इलाके में रात के समय निकलना खतरे से खाली नहीं है। लूटपाट करने वाले गिरोह ही नहीं बल्कि हत्या कर शव ठिकाने लगाने वाले कुख्यात अपराधी भी हथियारों के साथ सकत्तरी बाग और उसके आसपास के क्षेत्र में घूमने लगे हैं। खासकर देर रात को घर से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं है।
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक, 24 अगस्त की देर रात गुज्जरपुरा स्थित एक पुली के पास कुछ हत्यारों तेजधार हथियारों से एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। पुलिस आज तक मरने वाले की शिनाख्त नहीं कर पाई है। प्राथमिक जांच में सामने आया था कि उक्त हत्या लूट के इरादे से की गई थी। क्योंकि मरने वाले के कब्जे से ना तो उसकी पहचान संबंधी कोई दस्तावेज मिला और ना ही कोई पैसा। मंगलवार की देर रात शमशानघाट परिसर में हुई हत्या भी इसी तरह हुई है। माना जा रहा है कि हत्यारे दिव्यांग को बाहर से उठाकर श्मशान परिसर में पहुंच गए। फिर उसे लूटकर हत्या कर दी। हालांकि जनवरी 2018 को सकत्तरी बाग में नाबालिग की हत्या और उससे कुकर्म के मामले को पुलिस ने चंद दिनों में सुलझाकर एक निहंग को गिरफ्तार कर लिया था। 18 अगस्त की रात सुल्तान¨वड रोड पर मीट की दुकान चलाने वाले एक व्यक्ति पर लुटेरों ने हमला कर दिया था। कैश लूटने का प्रयास किया गया। दुकानदार बाप-बेटे ने वहां से भागकर एक फैक्ट्री में छुपकर जान बचाई थी। बताया जा रहा है कि अब हलका दक्षिण में लूटपाट करने वाले गिरोह के सदस्य एक्टिव हो चुके हैं। रात के समय वह हथियारों से बल पर घूमते हैं और बाहर निकलने वाले लोगों को लूट लेते हैं। लूटपाट का विरोध करने वालों पर जानलेवा हथियारों से वार करने में वह किसी तरह का गुरेज नहीं करते। बढ़ेगी गश्त, कसा जाएगा शिकंजा : एडीसीपी वालिया
एडीसीपी जगजीत ¨सह वालिया ने बताया कि इलाके में गश्त बढ़ाई गई है। वह खुद रात के समय पेट्रो¨लग करेंगे। किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। रात के समय बाहर निकलने वालों की चे¨कग की जाएगी। गुप्तचर सिस्टम भी अपडेट किया गया है। जनता की जान और माल की रखवाली के लिए पुलिस जिम्मेदार है।