स्मार्ट रेलवे स्टेशन पर भिखारी भी नहीं करेंगे तंग
रेलवे स्टेशन को स्मार्ट बनाने के लिए रेल मंत्रालय द्वारा करीब 200 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : रेलवे स्टेशन को स्मार्ट बनाने के लिए रेल मंत्रालय द्वारा करीब 200 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। ताकि यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिल सकें। रेलवे स्टेशन पर अक्सर यात्रियों को भिखारियों के कारण परेशान होना पड़ता है। अब ऐसा नहीं होगा। रेल मंत्रालय ने दो दिन पहले आदेश जारी किए हैं, जिन्हें स्थानीय रेलवे स्टेशन पर लागू कर दिया गया है।
भिखारियों को हटाने की जिम्मेदारी रेल मंत्रालय ने आरपीएफ को सौंपी है। 20 दिनों तक चलने वाले अभियान के तहत स्टेशन से सभी भिखारियों को हटा दिया जाएगा। इसके साथ ही अब रेलवे स्टेशन पर सामान बेचने वाले वेंडर के कर्मचारी जोर-जोर से आवाजें लगाकर यात्रियों के लिए सिरदर्द पैदा नहीं करेंगे। इस समस्या से निजात दिलवाने के लिए भी मुहिम शुरू की गई गई। सिगरेट पीने व लाइन क्रॉस करने वालों को किया जा रहा जुर्माना इसके अलावा रेलवे स्टेशन पर कोई भी बीड़ी-सिगरेट का सेवन व लाइन क्रास न करे आदि बातों का भी ध्यान रखा जा रहा है। स्टेशन परिसर में बीड़ी-सिगरेट पीने व लाइन क्रास करने वालों को जुर्माना किया जा रहा हैं। साथ ही चेतावनी दी जा रही है कि अगर दोबारा ऐसा करते पकड़े गए तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। स्टेशन और ट्रेनों में आवाजें नहीं लगाएंगे वेंडर
स्मार्ट स्टेशन पर चाय व अन्य खाने पीने के सामान के स्टॉल लगाने वाले वेंडर के कर्मचारी जोर-जोर से आवाजें लगाकर यात्रियों को तंग नहीं कर पाएंगे। अगर कोई वेंडर या उसका कर्मचारी ऐसा करता हुआ पाया जाता हैं तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई का प्रावधान रखा गया है। अगर किसी यात्री को समस्या पेश आ रही हो वह भी तुरंत रेलवे स्टेशन के सुपरिंटेंडेंट या ट्रेन के गार्ड को इसकी शिकायत दर्ज करवा सकता है। शिकायत होने पर वेंडर का ठेका तक रद हो सकता हैं।