सूचना स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण शुरू करने की थी और सिद्धू सड़कों का निर्माण कार्य शुभारंभ कर निकल गए
नवजोत सिंह सिद्धू के ड्रीम प्रोजेक्ट रणजीत एवेन्यू में स्पोर्ट्स कांप्लेक्स पर छाए काले बादल छंटने का नाम नहीं ले रहे हैं।
विपिन कुमार राणा, अमृतसर: पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के ड्रीम प्रोजेक्ट रणजीत एवेन्यू में स्पोर्ट्स कांप्लेक्स पर छाए काले बादल छंटने का नाम नहीं ले रहे हैं। 2011 के प्रोजेक्ट अधर में हैं। इसका दो बार शिलापट रखा गया, पर आज तक एक भी ईट नहीं लग पाई। मंगलवार और बुधवार को सुबह सिद्धू कार्यालय और सरकारी तौर पर डीपीआरओ कार्यालय से मैसेज जारी हुआ कि सिद्धू वाओ जिम के सामने स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का नींव पत्थर रखेंगे, लेकिन बाद में संदेश मिला कि वह प्रोग्राम तबदील हो गया है और अब सिद्धू उत्तरी हलके के रणजीत एवेन्यू की सड़कों के निर्माण का शुभारंभ करेंगे।
खास बात यह रही कि सिद्धू के बुधवार के प्रोग्राम को लेकर न तो उनके कार्यालय के पास सही जानकारी थी और न ही सरकारी तौर पर डीपीआरओ के पास। पहले वेरका में सड़कों के निर्माण कार्य का 12 बजे शुभारंभ करने का प्रोग्राम और फिर साढे़ 12 बजे रणजीत एवेन्यू में स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के निर्माण कार्य की नींव पत्थर रखने का मैसेज दिया गया। फिर इस बदलते हुए साढे़ 12 बजे वेरका और एक बजे रणजीत एवेन्यू का प्रोग्राम तय हुआ, लेकिन सिद्धू पहले रणजीत एवेन्यू पहुंचे व वहां सड़कों का निर्माण और बाद में डेढ़ बजे वेरका सड़कों का निर्माण शुरू करने पहुंचे। सिद्धू कार्यालय, प्रशासन में तालमेल न होने की वजह से भी मीडिया ही नहीं नेताओं को भी परेशानी झेलनी पड़ी। तालमेल की कमी की वजह से फजीहत
प्रशासन व सिद्धू कार्यालय से जारी होने वाले मैसेज से पहले भी उनके लिए विकट हालात बन चुके है। इससे पूर्व जब सिद्धू अमृतसर आए तो श्रीराम तलाई मंदिर के सुंदरीकरण के काम का नींव पत्थर रखने का मैसेज जारी हुआ। तब उन्हें बताया कि काम तो पहले ही चल रहा है तो वह मौका ए मुआयना करके लौट गए। ऐसे ही हालात उनकी बेटी राबिया सिद्धू के सामने भी तब खडे़ हो गए, जब वह न्यू अमृतसर में पार्क के काम का नींव पत्थर रखने पहुंची, पर उस काम के भी पहले वर्क आर्डर हो चुके थे। तब स्थानीय नेताओं ने कहा था कि वर्क आर्डर होने के बावजूद काम शुरू नहीं हो रहा था, इसलिए दोबारा काम शुरू करवाया गया है। दो बार पहले भी रखा गया नींव पत्थर
रणजीत एवेन्यू बाईपास पर 12 नवंबर 2011 को पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, स्थानीय निकायमंत्री तीक्षण सूद, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, तत्कालीन सांसद नवजोत सिंह सिद्धू, पूर्व विधायक अनिल जोशी, ट्रस्ट के चेयरमैन संजीव खन्ना ने स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का शिलान्यास किया था। सालों बीतने के बावजूद कांप्लेक्स नहीं बना रहा। सिद्धू ने 15 सितंबर 2013 को मौका ए मुआयना करते हुए तत्कालीन अकाली-भाजपा सरकार पर सवालिया निशान खड़े किए थे। तब आलम यह था कि कांप्लेक्स की ग्राउंड कूड़े का डंप बन चुकी है और वर्तमान में भी वहां सालिड वेस्ट प्रोजेक्ट की मशीनरी खड़ी रहती है। पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद 15 अक्टूबर 2018 को निकायमंत्री रहे सिद्धूृ ने दोबारा इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह से करवाते हुए इसके जल्द शुरू होने की हुंकार भरी थी, पर मामला कोर्ट में होने की वजह से अभी तक लटका हुआ है। 18 खेलों के लिए बनना है ट्रैक
बाईपास की 27 एकड़ जगह में 33 करोड़ की लागत से स्पोर्ट्स एकेडमी बनेगी। यह पंजाब सरकार की स्पोर्ट्स पालिसी के मुताबिक काम करेगी। कम शुल्क पर खिलाड़ियों की एंट्री रहेगी और कोच की सहूलियत भी दी जाएगी। 18 खेलों के लिए इसमें ट्रैक तैयार होंगे। एथलेटिक्स व जिम्नास्टिक के सभी आयाम के अलावा 15 क्रिकेट पिच, 4 लान टेनिस कोर्ट,एक बास्केटबाल कोर्ट, 2 वालीबाल के नेट, स्केटिग रिग, रेसलिग व बाकिग रिग, बैडमिटन व टेनिस कोर्ट भी बनाए जाएंगे। कैप्टन का शिलापट उतारा
वेरका स्कूल के स्टेडियम में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह का लगा हुआ शिलापट हटवाकर साइड पर रख दिया गया। कैप्टन ने स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में सितंबर 2006 यहां ट्यूबवेल लगाने के काम का शिलापट रखा था। बुधवार को जब इसका मौका ए मुआयना किया गया तो यह शिलापट मंच की बिल्कुल बैकसाइड पर उतारकर रखा हुआ मिला। पूर्वी हलके में 100 करोड़ से तीन महीने में होंगे काम
सिद्धू ने कहा कि उनके हलके के काम रुके हुए थे। आने वाले तीन महीनों में सौ करोड़ रुपये के विकास के काम होंगे। बुधवार उत्तरी हलके में दस करोड़ और पूर्वी हलके में 14 करोड़ से सड़कों के काम शुरू करवाए गए हैं। इस अवसर पर विधायक सुनील दत्ती, विधायक हरमिदर सिंह गिल, मेयर करजीत सिंह रिटू, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन दमनदीप सिंह, पार्षद हरपन औजला, पार्षद नवदीप हुंदल, ठेकेदार सुभाष लाली, सौरभ मदान मिटठू, प्रिसिपल सरदारी लाल, सुखदेव सिंह, कमलदीप सिंह राणा, सुखविदर सिंह, दलबीर कौर, गुरतेज सिंह, कश्मीर सिंह सोनी आदि हाजिर थे।