निगम की जमीन पर कब्जे करवाकर वसूली कर रहे दुकानदार
विपिन कुमार राणा, अमृतसर : नगर निगम के एस्टेट विभाग द्वारा सड़कों से अतिक्रमण हटाओ अभियान तो शुरू कर
विपिन कुमार राणा, अमृतसर : नगर निगम के एस्टेट विभाग द्वारा सड़कों से अतिक्रमण हटाओ अभियान तो शुरू कर दिया गया है, परंतु विभाग की राहें आसान नहीं है। मेयर कर्मजीत ¨सह ¨रटू और कमिश्नर सोनाली गिरि के कड़े निर्देशों पर अतिक्रमणकारियों को 7 मई तक का समय दिया गया था और उसके बाद कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। खास बात यह है कि निगम की जमीन पर दुकानदारों ने अतिक्रमण करवाए हुए हैं और वह बकायदा वहां से वसूली कर रहे हैं और निगम हाथ पर हाथ धरे तमाशा देख रहा है।
शहर के अहम बाजारों की बात करे तो कोई ऐसा बाजार नहीं है, जहां 10 से लेकर 20 फुट तक अतिक्रमण न हुए हो। कहीं वाहनों की पार्किंग के नाम पर कब्जे हुए पड़े हैं तो कहीं दुकानदारों ने अपनी दुकानों के आगे रेहड़ी-फड़ी लगवा दी है। इसमें विभागीय कर्मचारियों की मिलीभगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता। सबसे ज्यादा विकट हालात पुतलीघर मेन बाजार, रेलवे ¨लक रोड, रतन ¨सह चौक से लेकर फतेहगढ़ चूडिया रोड, छेहर्टा बाजार चौक व बाजार, खंडवाला बाजार, कटड़ा जैमल ¨सह, शास्त्री मार्केट, सिविल लाइन क्षेत्र, रामबाग, बस अड्डा के बाहर, रामसर रोड, लक्ष्मण सर रोड आदि ऐसे भीड़भाड़ वाले बाजार है, जहां अतिक्रमण विकट हालात बनाए हुए है। दुकानों के आगे दुकानदारियां चल रही हैं और निगम अधिकारी मूकदर्शक बन तमाशा देख रहे हैं। 10 से 20 फुट तक हुए कब्जों के असल हालात अगर देखने हो तो शाम को देखे जा सकते है, जब लोगों का बाजारों से निकाला मुहाल हो जाता है।
प्रतिदिन के हिसाब से हो रही वसूली
दुकानों के आगे निगम की जमीन पर चल रही दुकानदारी की बात करें तो इसकी एवज में दुकानदार अपने खर्चे बाहर ही बाहर से निकाल रहे हैं। अपनी दुकानों के आगे उन्होंने छोटी दुकानदारी सड़क पर लगवा दी है, जिसकी एवज में प्रतिदिन के हिसाब से वह उनसे वसूले करते है। सूत्रों की माने तो 300 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक प्रतिदिन के हिसाब से वसूली हो रही है और रेट एरिया की महत्ता के हिसाब से तय होता है। दुकानदारों से निगम कर्मियों की मिलीभगत होने की वजह से कोई इन पर कार्रवाई भी नहीं करता।
ट्रैफिक भी जाम, राहगीर हो रहे परेशान
अतिक्रमण करवाकर दुकानदार तो खुद चांदी कूट रहे है, पर इसका नुकसान लोगों को हो रहा है। शहर के अहम बाजारों में हुए अतिक्रमणों की वजह से राहगीरों का चलता तक मुहाल रहता है। ट्रैफिक जाम से भी लोग दोचार हो रहे है और हर रोज की इस परेशानी की वजह से अक्सर विवाद भी बना रहता है। अपनी दुकानों के आगे दुकानें लगाने वालों के ग्राहक जब दूसरे दुकानदार के सामने वाहन लगाते है तो हालात झगड़े वाले बन जाते है। सड़कों पर अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं
गुरुनगरी में हर रोज करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु माथा टेकने आते हैं। ऐसे में उन्हें कोई परेशानी न आए, इसके लिए निगम द्वारा फुटपाथ बनवाए गए हैं। कुछ लोगों ने अपने स्वार्थो के लिए फुटपाथों पर कब्जे किए हुए है। उन्हें खुद ही कब्जे हटवाने की अंतिम चेतावनी दी गई है। अगर लोगों ने कब्जे नहीं हटाए तो निगम कड़ी कार्रवाई के लिए मजबूर होगा। कब्जों की आड़ में हो रही वसूली की भी शिकायतें मिली है, यह किसकी मिलीभगत से हो रही है, इसकी भी जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी।
—कर्मजीत ¨सह ¨रटू, मेयर अमृतसर