पंजाब की कृषि अर्थव्यवस्था को और सशक्त बनाने की जरूरत : अग्रवाल
। कंफेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआइआइ) की ओर से एग्रो एंड फूड टेक-2020 विषय पर आनलाइन साप्ताहिक वर्कशाप करवाई।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
कंफेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआइआइ) की ओर से एग्रो एंड फूड टेक-2020 विषय पर आनलाइन साप्ताहिक वर्कशाप करवाई। इसमें पंजाब में हरित क्रांति 2.0 और फसलों के विविधीकरण के प्रयास की सराहना की गई।
पंजाब सरकार के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रजत अग्रवाल विशेष तौर पर वर्कशाप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था को और सशक्त बनाए जाने की जरूरत है। राज्य सरकार के ठोस प्रयास से पंजाब के प्राकृतिक संसाधनों के साथ-साथ भूजल और बिजली की खपत दोनों की बचत होने की उम्मीद है ।
उन्होंने कहा कि बागवानी को बढ़ावा देने के लिए फसल विविधिकरण की दिशा में कई प्रयास किए जा रहे हैं। पंजाब के करतारपुर में सब्जियों के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना इजरायल के सहयोग से की गई है ताकि पंजाब के किसानों को सब्जियों की खेती में नवीनतम तकनीकी और वैज्ञानिक प्रगति की जानकारी मिल सके।
आइटीसी लिमिटेड के एग्री बिजनेस डिवेशन के मुख्य कार्यकारी रजनीकांत राय ने कहा कि पंजाब उच्च गुणवत्ता वाले आलू बीज का उत्पादक है। अन्य फसलों में भी विविधता लाने और उन्हें पूरा करने के प्रयास जारी हैं।
वालमार्ट इंडिया के मुख्य लोक नीति अधिकारी आनंद विजय झा ने कहा कि वालमार्ट ने अपनी भारतीय फर्मो जैसे फ्लिपकार्ट और निजाकार्ट के जरिए एकीकृत दृष्टिकोण अपनाया है और कृषि अपशिष्ट को कम करने की कोशिश की है ।
सीआइआइ टास्क फोर्स के अध्यक्ष और रसना प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रियज खंबाट्टा ने कहा कि उनका इरादा किसानों की आय को दोगुना करने में योगदान देना है, लेकिन कृषि सुधार कानूनों के साथ यह संभव है । सीआइआइ पंजाब स्टेट के पूर्व चेयरमैन और क्रेमिका फूड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिग डायरेक्टर अक्षय बेक्टर ने कहा कि फसल के बाद के बुनियादी ढांचे का स्थानीय किसानों द्वारा कुशलतापूर्वक उपयोग नहीं किया जा रहा।