सिद्धू ने श्री अकाल तख्त साहिब पर सौंपा ज्ञापन, बोले- बादल पिता-पुत्र हों पंथ से निष्कासित
सिद्धू ने कहा कि बेअदबी मामले की सच्चाई लोगों के सामने आ गई है। पूरी सिख कौम अकाली दल के खिलाफ हो गई है। श्री अकाल तख्त साहिब दोनों बाप-बेटों को पंथ से निष्कासित करें।
जेएनएन, अमृतसर। निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल को पंथ से छेकने (निष्कासित करने) के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को ज्ञापन देने गए। जत्थेदार की अनुपस्थिति में उनके पीए को दिए ज्ञापन में दोनों पिता-पुत्र के खिलाफ बेअदबी मामले में पंथ के नियमों के मुताबिक कार्रवाई करने की गुहार लगाई।
इसके बाद सिद्धू ने अपने निवास स्थान पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर बादल के डेरा मुखी राम रहीम के साथ मिलकर मुंबई में फिल्म कंपनी बनाने के भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का स्वांग रचने पर डेरा मुखी पर 2007 में केस दर्ज किया गया था। 2007 से लेकर 2017 तक प्रकाश सिंह बादल की सरकार रही, मगर दस वर्षों के दौरान अकाली सरकार ने इसकी जांच नहीं करवाई।
उन्होंने कहा कि ओहदा (पद) नारायण और नगद (नोट) नारायण प्रेमी पिता-पुत्र ने 2009 में डेरा सिरसा वाले बाबा की मदद से हरसिमरत कौर बादल को बठिंडा से चुनाव जिताया। सिद्धू ने कहा कि 2012 में चुनावों से कुछ दिन पहले बादल सरकार ने डेरा मुखी के खिलाफ केस रद करने की सिफारिश की थी।
सिद्धू ने कहा कि बेअदबी मामले में असल आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने डेरा मुखी के श्री गुरु गोबिंद सिंह का पहरावा पहनने पर रोटी और बेटी का रिश्ता खत्म करने का हुक्मनामा जारी किया था। इसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री बादल ने अपने निजी हितों के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को चंडीगढ़ में अपने घर बुला डेरा मुखी के नाम नया हुक्मनामा जारी करवाया और अगले ही दिन डेरा मुखी की फिल्म एमएसजी-2 पंजाब में रिलीज हुई।
बादलों ने पंथ की नैतिकता और जमीर का किया था सौदा : जाखड़
प्रेस कांफ्रेंस में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि बेअदबी मामले में सच्चाई सामने आने पर अकाली नेता रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी प्रधान मनजीत सिंह जीके भी दबी जुबान से बादलों के माफी मांगने की बात करते हैं। सिद्धू ने आज लोगों की भावना ज्ञापन के रूप में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के समक्ष रखी है।
उन्होंने कहा कि पंथ के रखवाले दो सौदागरों ने अपने पंथ की नैतिकता और जमीर का डेरा मुखी के साथ मुंबई में सौदा किया था। हालांकि अभी तक सुखबीर सिंह ने एक बार भी मना नहीं किया कि उसकी डेरा मुखी के साथ कोई बैठक नहीं हुई थी।