नेताओं के लगे अवैध पोस्टर, बैनर और होर्डिग, निगम के हाथ खड़े
अवैध पोस्टरों होर्डिग और बैनर से शहर को बदसूरत बनाया जा रहा है।
पंकज शर्मा, अमृतसर
अवैध पोस्टरों, होर्डिग और बैनर से शहर को बदसूरत बनाया जा रहा है। इन्हें लगाने वाले लोग पंजाब प्रीवेंशन आफ डीफेसमेंट आफ प्रापर्टी एक्ट-2010 तथा पंजाब म्यूनिसिपल कारपोरेशन एक्ट-1976 का उल्लंघन कर रहे हैं।
लोगों की शिकायत के बावजूद इनको हटाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। नगर निगम के कमिश्नर और अन्य अधिकारियों ने चाहे कुछ निजी कंपनियों के खिलाफ कानून का उल्लंघन करने के लिए पुलिस कमिश्नर को एफआइआर दर्ज करने के लिए पत्र भेजा है परंतु यह पत्र फाइलों में दब गया है। इतना ही नहीं नगर निगम के अधिकारियों ने आज तक किसी भी पार्टी के नेता की ओर से दीवारों और सरकारी प्रापर्टी पर लगाई प्रचार सामग्री को लेकर न तो पुलिस विभाग के पास शिकायत दर्ज करवाई और न ही कोई कार्रवाई व जुर्माना किया।
हाल ही में निगम कमिश्नर ने अमृतसर की अलग अलग कंपनियों मैसर्ज यूनिवर्सल आइटीआइ, मेडिकोम आयुर्वेदिक सेंटर, मेसर्ज आइईएलटीएस इंस्टाग्लोबल ओवरसीज प्रा.लि., जेडओओजी इंटरनेशनल कास्मेटिक स्कूल, मेसर्ज एचएस ब्रदर्स इमिग्रेशन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्ज अमृतसर ग्रुप आफ कालेज व खरबंदा एजुकेयर कंपनियों के खिलाफ अलग-अलग धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज करने के लिए पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजा है। परंतु कार्रवाई नहीं हुई है। इसको लेकर समाजिक कार्यकर्ता व आरटीआइ एक्टिविस्ट एडवोकेट पीसी शर्मा कहते हैं कि नगर निगम के अधिकारी राजनेताओं के समक्ष बेबस प्रतीत हो रहे हैं। यही कारण है कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है और शहर को बदसूरत बनाया जा रहा है। अवैध पोस्टरों और होर्डिंग की चेकिंग के लिए टीमें तैनात की
नगर निगम के विज्ञापन विभाग के प्रभारी सुशांत भाटिया ने कहा कि विभाग ने अवैध पोस्टरों और होर्डिंग की चेकिंग के लिए टीमें तैनात की हैं। उनकी रिपोर्ट के अनुसार कानूनी कार्रवाई करने के लिए पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लोगों की ओर से लगाए गए अवैध होर्डिग पोस्टर आदि हटाकर कब्जे में लिए जा रहे हैं। जल्दी ही कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी।