गुरु जी का उपदेश मान कुदरत से हो रहे खिलवाड़ पर लगा सकते हैं अंकुश: सूरी
। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के 51वें स्थापना दिवस के मौके पर आनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के 51वें स्थापना दिवस के मौके पर आनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें मिस्र व यूएई के पूर्व राजदूत नवदीप सिंह सूरी और एंडमेंट व रोथसचाइल्ड जनेवा स्विजरलैंड के पूर्व एमडी डा. जोगेश्वर सिंह शामिल हुए। वहीं सबसे पहले श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पाठ का भोग डाला गया। डा. जोगेश्वर सिंह ने श्री गुरु नानक देव जी के उपदेशों को सार्थक बताया और विश्व स्तर पर इनका प्रसार करने की बात पर जोर दिया।
नवदीप सिंह सूरी ने कहा कि मनुष्य की मानसिकता और कुदरत के साथ हो रहे खिलवाड़ को बहुत ही घातक बताया व इस पर अंकुश लगाने के लिए गुरु नानक देव जी के उपदेश को ही उचित मार्ग बताया। उन्होंने अरब मुस्लिम देशों के सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक व सभ्याचारक हालातों को गुरु नानक देव जी के उपदेशों के साथ जोड़ कर समझाने की कोशिश की। साथ ही उन्होंने भारत के हालातों पर गंभीर चिता भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि गुरु जी के उपदेश उन देशों में भी प्रफुल्लित हो रहे है। उन्होंने कहा कि गुरु जी के 550 प्रकाश पर्व के मौके पर अरब देश के शासक की ओर से विशेष तौर पर गुरु जी की पेंटिग प्रदर्शनी लगवाई गई थी। जो देश पहले भारत की धर्म निरपेक्षता को उदाहरण के तौर पर पेश करते थे। वही देश अब यहां की धर्म निरपेक्षता पर सवार उठा रहे है। इसलिए जरूरी है कि गुरु जी के उपदेशों को गंभीरता से अपने जीवन में अपनाने की है।
इसके अलावा वीसी डा. जसपाल सिंह संधू ने कहा कि गुरु जी की शिक्षा हर सामाज के लिए सार्थक है। उनकी शिक्षाएं पूरी मानव जाति के लिए है। उन्होंने कभी किसी धर्म की अलोचना नहीं की थी। मगर बेमतलब की रस्मों का विरोध जरूर किया था। अलग-अलग देशों की कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि विश्व कई हिस्सों में कुछ विनाशकारी हो रहा है। जिस पर पर्दा नहीं डाला सकता है। इसके अलावा उन्होंने जीएनडीयू कैंपस को पहले से भी ज्यादा स्वच्छ बनाने के लिए ई-बसें चलाने की शुरुआत करने का ऐलान किया। इस मौके पर रजिस्ट्रार किरणजीत सिंह काहलों सहित बड़ी संख्या में अध्यापक व स्टूडेंट शामिल हुए।