श्री अकाल तख्त साहिब का संदेश, संगत घरों में सहज पाठ कर मनाए वैशाखी
Coronavirus COVID-19 के बढ़ते खतरे के कारण खालसा की स्थापना के पवित्र पर्व वैशाखी पर कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होगा।
जेएनएन, अमृतसर/बठिंडा। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सिख पंथ के नाम जारी संदेश में कहा है कि कोरोना वायरस (Coronavirus COVID-19) के बढ़ते खतरे के कारण खालसा की स्थापना के पवित्र पर्व वैशाखी पर कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होगा।
देश में घोषित Lockdown को देखते हुए पांच तख्तों के सिंह साहिबान ने फैसला लिया है कि बड़े आयोजन की जगह वैशाखी पर्व गुरुद्वारा साहिबों के अंदर ही मनाया जाए। इस दौरान अखंड पाठ साहिब या सहिज पाठ शुरू करके समाप्ति पर सरबत के भले की अरदास की जाए। हर सिख प्रयास करे कि इस पर्व को समर्पित सहज पाठ अपने घरों में ही बैठकर करें। ऐतिहासिक गुरुद्वारों से प्रसारित होने वाले कथा कीर्तन का घर पर बैठकर ही श्रवण करें। फिलहाल अगले आदेशों तक कोई भी बड़ा धार्मिक कार्यक्रम आयोजित न किया जाए।
शुक्रवार को तख्त पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर, तख्त केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह, तख्त हुजूर साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलवंत सिंह, तख्त श्री दमदमा साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी गुरजंट सिंह के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से बातचीत कर यह फैसला लिया।
अफगानिस्तान के सिखों की मदद करें संस्थाएं
सभी सिंह साहिबानों ने कहा कि अफगानिस्तान में आतंकी हमले की घटना को सिख कौम वर्ष 1984 के सिख नरसंहार की तरह हमेशा याद रखेगी। दुनिया भर में रहने वाले सिखों की संस्थाएं अफगानिस्तान में रहने वाले सिख परिवारों की हर संभव मदद करें। साथ ही एसजीपीसी को ऐतिहासिक गुरुद्वारों की सेवा संभाल के लिए ठोस नीति तैयार करने के भी आदेश दिए। सिंह साहिबानों ने पूर्व हुजूरी रागी भाई निर्मल सिंह की सेवाओं को याद करते हुए उनके निधन पर गहरा दुख प्रकट किया। उनकी वीरवार को कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई थी। सरकार से अपील की गई कि कोरोना पॉजिटिव लोगों के प्रति सम्मानजनक रवैया अख्तियार किया जाए।
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