गुरु रामदास मेडिकल यूनिवर्सिटी में शुरू होंगी इमरजेंसी मेडिसन सेवाएं
श्री गुरु राम दास इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च में जन्म से मूक-बधिर 57 बच्चों का सफल इलाज किया गया
जासं, अमृतसर : श्री गुरु राम दास इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च में जन्म से मूक-बधिर 57 बच्चों का सफल इलाज किया गया। दावा किया गया कि अब यह बच्चे आम बच्चों की तरह बोल व सुन सकेंगे। इस दौरान आयोजित एक कार्यक्रम में एसजीपीसी की अध्यक्ष जगीर कौर विशेष रूप में शामिल हुईं। कार्यक्रम के बाद इंस्टीट्यूट में अत्याधुनिक 86 कमरों वाले हास्टल का शुभारंभ किया गया।
इस दौरान जगीर कौर की अध्यक्षता में इंस्टीट्यूट की गवर्निंग बाडी की बैठक हुई । बैठक में इमरजेंसी मेडिसन विभाग ओर फिजिकल मेडिसन व रिहैब्लीजेशन विभाग को बनाने को स्वीकृति दी गई। इस से पहले ठीक हुए तीन से पांच साल के बच्चों की ओर से कीर्तन, जाप, पाठ, पांच ककारों की जानकारी और कविता आदि पेश किए गए।
एसजीपीसी अध्यक्ष ने बताया कि संस्थान की ओर से कोकलीयर इंप्लांट द्वारा 57 बच्चों का इलाज किया गया है। इसमें 21 लड़कियां और 36 लड़के हैं। इस प्रणाली के तहत इलाज व सर्जरी का खर्च सात लाख रुपए है, परंतु एसजीपीसी ने पिछले वर्ष दस बच्चों की सर्जरी के लिए 50 प्रतिशत सहायता दे कर बच्चों के इलाज में मदद की है। जो बच्चे बचपन ने बोल सुन नहीं सकते थे अब वह बोल और सुन सकते हैं। इस अवसर पर श्री गुरु राम दास मेडिकल विश्वविद्यालय के वीसी डा. दलजीत सिंह, एसजीपीसी के मुख्य सचिव एचएस धामी, डा. हरदास सिंह, डा. एपी सिंह, डा. बलजीत सिंह खुराना, डा. पंकज गुप्ता, अमनदीप सिंह , डा. राजीव देवगन प्रिसिपल सरकारी मेडिकल कालेज, गुरचरण सिंह सियाल, डा. जसकरण सिंह आदि मौजूद रहे।