स्टाइपेड के लिए मेडिकल स्टूडेंट्स का कालेज के बाहर धरना
जागरण संवाददाता अमृतसर सरकारी मेडिकल कालेज में इंटर्नशिप कर रहे 50 मेडिकल स्टूडें
जागरण संवाददाता, अमृतसर: सरकारी मेडिकल कालेज में इंटर्नशिप कर रहे 50 मेडिकल स्टूडेंट्स ने स्टाइपेंड न मिलने के विरोध में प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन ठीक उस वक्त शुरू हुआ जब मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग के मंत्री ओमप्रकाश सोनी मेडिकल कालेज में पहुंचे थे। इंटर्न स्टूडेंट्स का कहना था कि कोरोना काल में बारह-बारह घंटे काम कर रहे हैं, पर सरकार उन्हें उनका हक नहीं दे रही।
दरअसल, पठानकोट स्थित चितपूर्णी मेडिकल कालेज के बंद होने के बाद इन 50 स्टूडेंट्स को मेडिकल कालेज अमृतसर में शिफ्ट किया गया था। इंटर्न डा. अंकुर गोयल का कहना है कि कोरोना काल में हम लगातार काम कर रहे हैं। इसके बावजूद सरकार उन्हें स्टाइपेंड जारी नहीं कर रही। छह माह से उन्हें एक भी पैसा नहीं मिला। दूसरे राज्यों में जो इंटर्नी कोरोना काल में ड्यूटी दे रहे हैं उन्हें स्टाइपेंड के अतिरिक्त भी राशि दी जा रही है, पर यहां हम अपना हक नहीं मिल रहा। यहां तक कि बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ मेडिकल साइंसेज के अधिकारी हमें कह रहे हैं कि आप एमबीबीएस की डिग्री ही डिजर्व नहीं करते। विभाग द्वारा सरकारी मेडिकल कालेज अमृतसर के इंटर्न को स्टाइपेंड दिया जा रहा है, पर उनके साथ भेदभाव हो रहा है। वह इसे सहन नहीं करेंगे। इस अवसर पर स्टूडेंट्स ने ओमप्रकाश सोनी को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा।