सरकारी अस्पतालों में रिक्त पद आउटसोर्सिंग से भर सकेंगे मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल
पंजाब में मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल अपने यहां के अस्पतालों में खाली पदाें का आउटसोर्सिंग से भर सकेंगे। पंजाब सरकार ने काेराेना की स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाया है।
अमृतसर, जेएनएन। कोरोना वायरस से पैदा हालात से निपटने के लिए पंजाब सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
कोरोना काल में स्टाफ की कमी से जूझ रहे पंजाब के सरकारी मेडिकल कॉलेजों व इससे संबद्ध सरकारी अस्पतालों में शीघ्र ही नियुक्तियां की जाएंगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में रिक्त पदों को आउटसोर्सिंग से भरने की अनुमति दी गई है। इसका अधिकार मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को अधिकार दिया गया है।
पंजाब के मेडिकल एजुकेशन मंत्री ओमप्रकाश सोनी ने कहा कि कोरोना वायरस Covid-19 के कारण पैदा हालात से निपटने में पंजाब सरकार और स्वास्थ्य अमला पूरी तरह जुटा हुआ है। ऐसे में अस्पतालों में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के खाली पद भरने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालाें और मेडिकल काॅलेजों में रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। ये नियुक्तियों जल्द हो जाएंगी।
मेडिकल एजुकेशन मंत्री ओपी सोनी ने मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपलों को दिए नियुक्ति के अधिकार
उन्होंने कहा कि पंजाब के मेडिकल अस्पतालों में भी डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की कमी है। इसके लिए भी कदम उठाया जा रहा है। वहां जरूरत के हिसाब से आउटसोर्सिंग से चिकित्सकों और मेडिकल कर्मियाें की नियुक्तियां की जाएंगी। मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपलों को अधिकार दिए गए हैं कि वे अपने स्तर पर आउटसोर्सिंग के जरिए रिक्त पदों को भर सकते हैं।
ओमप्रकाश सोनी यहां सर्किट हाउस में कोविड-19 की समीक्षा के लिए अधिकारियों संग बैठक की। उन्होंने कहा कि मिशन फतेह के जरिए घर-घर जाकर कोरोना से बचने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। हालांकि अभी भी कुछ ऐसे लोग भी हैं जो मास्क नहीं पहनते व शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना से लडऩे के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। सोनी ने कोविड-19 केसों की समीक्षा भी की।