खरीदी मैकेनिकल रोड वैक्युम स्वीपिग मशीन खरीदी, अब चमकेंगी शहर की सड़कें
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत खरीदी गई मैकेनिकल रोड वैक्युम स्वीपिग मशीन का मेयर कर्मजीत सिंह रिटू और कमिश्नर कोमल मित्तल ने नगर निगम के छहरटा स्थित जोन नंबर आठ कार्यालय में उद्घाटन किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : स्मार्ट सिटी मिशन के तहत खरीदी गई मैकेनिकल रोड वैक्युम स्वीपिग मशीन का मेयर कर्मजीत सिंह रिटू और कमिश्नर कोमल मित्तल ने नगर निगम के छहरटा स्थित जोन नंबर आठ कार्यालय में उद्घाटन किया। इससे शहर की सड़कों से मिट्टंी हटाई जाएगी और वह पहले से साफ दिखेंगी। मेयर ने माघी की बधाई देते हुए कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था को अपग्रेड करके आधुनिक बनाया जा रहा है। निगम के सैनिटेशन विभाग द्वारा किए गए प्रयासों तथा लोगों के सहयोग से शहर को ओपन डोफीकेशन फ्री (ओडीएफ) प्लस-प्लस का स्टेटस प्राप्त हुआ है। इससे आने वाले समय में स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर की रैंकिग में सुधार होगा। कमिश्नर- कम- स्मार्ट सिटी की सीईओ कोमल मित्तल ने कहा कि सैनिटेशन विभाग तथा आपरेशन एंड मेटेनेंस विभाग के प्रयासों से हाल ही में केंद्र सरकार की क्वालटी काउंसिल आफ इंडिया एजेंसी द्वारा किए गए निरीक्षण के बाद शहर को ओडीएफ सिटी से ओडीएफ प्लस-प्लस सिटी का स्टेटस दिया गया है जोकि शहर के लिए सम्मान की बात है। इस मौके पर सीनियर डिप्टी मेयर रमन बख्शी, डा. संजय कंवर, डा. योगेश अरोड़ा, सतीश बल्लू, रमन रम्मी आदि हाजिर थे। मैकेनिकल रोड वैक्युम स्वीपिग मशीन की विशेषताएं
-47.50 लाख रुपये मशीन की कीमत
-5 साल कंपनी का रिपेयर एंड मेटेनेंस का एग्रीमेंट
-5 से छह किलोमीटर प्रति घंटा के हिसाब से काम करेगी
-3 हजार किलो का रोड से हटाई डस्ट भरने वाला कंटेनर
-3 हजार लीटर की स्प्रे टंकी डस्ट पर स्प्रे के लिए
-बडे़ कूडे़ की संक्शन के लिए भी ट्रक के पीछे सिस्टम। शहर में सफाई के लिए पहले से कहां कितनी मशीनें तैनात
-श्री दरबार साहिब के पास हेरिटेज स्ट्रीट की सफाई के लिए दो डलैवो कंपनी की मशीनें लगी हैं।
-शहर की सड़कों की सफाई के लिए एहालो कंपनी की तीन मशीनें।
-निगम द्वारा भी मैकेनीकल रोड वैक्युम स्वीपिग मशीन जल्द खरीदी जाएगी, जिसका टेंडर लग चुका है।
पहले 70 से 80 लाख आता था खर्च
नगर निगम द्वारा पूर्व में सड़कों की मैकेनिकल स्वीपिग ठेके पर कारवाई जाती थी। इस पर प्रति माह 70 से 80 लाख रुपये खर्च आता था। मैकेनिकल स्वीपिग में रहा घालमेल हमेशा पार्षदों के भी निशाने पर रहा, जिसकी वजह से उनके किलोमीटर तक घटाए गए थे। अब निगम के पास अपनी सात मैकेनिकल स्वीपिग की मशीनें होने के बाद शहर की सड़कों को चमचमाने की कोई कसर नहीं रहेगी।