45 मिनट की बारिश में धुल गए निगम के दावे, रुलाने लगा शहर की सड़कों पर जमा पानी
मानसून की दस्तक के साथ ही नगर निगम के सीवरेज सफाई के बडे़-बडे़ दावे धुल गए हैं। रविवार को पौने घंटे की बारिश से सड़कें पानी-पानी हो गई।
जासं, अमृतसर: मानसून की दस्तक के साथ ही नगर निगम के सीवरेज सफाई के बडे़-बडे़ दावे धुल गए हैं। रविवार को पौने घंटे की बारिश से सड़कें पानी-पानी हो गई। जलभराव के कारण शहरवासियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। विडंबना यह है कि शहर की डेढ़ सौ किलोमीटर की मेन सीवरेज लाइन में से अभी तक निगम 45 फीसद ही साफ करवा पाया है और 60 हजार मैनहोल में से सिर्फ 17 हजार की ही सफाई हो सकी है। मौसम विभाग ने अगले चार दिन बारिश की संभावना जताई है। इससे साफ है कि अगर जमकर बारिश हुई तो स्मार्ट सिटी शहर को डूबने से कोई नहीं बचा सकता।
दरअसल, निगम ने साल 2020 में भी अप्रैल-मई में डीसिल्टिंग का काम करवाया था। इस समय विधानसभा हलका केंद्रीय और दक्षिण में दो बड़ी सुपर सकर मशीनें लगाई हुई हैं, जबकि हर विधानसभा हलके में एक-एक मिनी सुपर सकर मशीन लगी है। निगम के आपरेशन एंड मेंटेनेंस (ओएंडएम) विग ने डीसिल्टिंग के लिए 40 लाख रुपये के करीब के टेंडर लगाए हैं, जिससे करीब दो हजार मैनहोल साफ किए जाने हैं। आपात हालात के लिए 14-14 दिन के शार्ट टर्म टेंडर लगाकर डीसिल्टिंग भी करवाई जा रही है, पर अभी तक 60 फीसद मैनलाइन की डीसिल्टिंग रहती है और 43 हजार मैनहोल की सफाई होनी बाकी है। खास बात यह है कि जल्द ही स्मार्ट सिटी और कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सोनी के कोटे से शहर को एक बड़ी व एक मिनी सुपर सकर मशीन मिलने वाली है, परंतु नौ जुलाई को सदन की बैठक में इसकी आपरेशन व मेंटनेंस के लिए रखे गए प्रस्ताव को पेडिग कर दिया गया है। यानी जब भी ये मशीनें आती हैं, इन्हें सड़क पर उतरने के लिए इस प्रस्ताव के मंजूर होने का इंतजार करना पडे़गा। 85 वार्डो में नहीं हो सकी डीसिल्टिंग
मानसून के शुरू होने के बावजूद अभी तक निगम 85 वार्डो की पूरी तरह से मेन सीवरलाइन और छोटी सीवरलाइन की डीसिल्टिंग नहीं करवा पाया है। ओएंडएम विभाग का पूरा तंत्र छह महीने से डीसिल्टिंग में लगा है, लेकिन हालात सबके सामने हैं। दुखद पहलु यह भी है कि शहर में अभी मात्र 22 किलोमीटर एरिया में ही स्ट्राम सीवरेज डला हुआ है। इसके चलते शहर के पाश इलाकों रणजीत एवेन्यू, बसंत एवेन्यू, कैनेडी एवेन्यू ही नहीं शहर के अहम हिस्सों हाल गेट, इस्लामाबाद, पुतलीघर, मदन मोहन मालवीय रोड, कोर्ट रोड, खजाना गेट, कोट बाबा दीप सिंह, हेरिटेज स्ट्रीट, टायर मार्केट, खजाना गेट, रांझे दी हवेली, बटाला रोड, हुसैनपुरा बाजार, बस स्टैंड गेट के पास, ईस्ट मोहन नगर, बीआरटीएस रूट जीटी रोड, प्रताप नगर, आजाद नगर, गंगा बिल्डिंग के बाहर, खालसा कालेज, रानी का बाग इलाके में ज्यादा देर तक जलभराव रहने की शिकायतें आती रही हैं। शहर के सभी हलकों में सीवरेज की सफाई का काम जारी है। ओएंडएम विभाग की पूरी टीम जुटी हुई है। पहले भी इसे लेकर टेंडर लगाए गए हैं और यह क्रम जारी है। बारिश के पानी की वजह से सीवरेज पर दबाव बढ़ने से सड़कों पर पानी आ जाता है। इस बार ऐसे हालात न बनें, इसे लेकर रेगुलर स्टाफ के साथ बैठकें की जा रही है और पूरी टीम इन प्वाइंट पर ज्यादा काम कर रही है, यहां पूर्व में जलभराव के हालात बनते रहे है। -मलविदर सिंह जग्गी, कमिश्नर निगम सुबह 12 एमएम बारिश ने दिलाई राहत, शाम को उमस ने किया परेशान
गर्मी से कराह रहे गुरु नगरी वासियों को रविवार को बारिश के रूप में सौगात मिली। सुबह साढ़े ग्यारह बजे हुई 12 एमएम मानसूनी बरसात ने भीषण गर्मी से राहत दिलाई। बारिश के साथ तेज हवा भी सोने पर सुहागा बनी। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। रविवार को गुरुनगरी का न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते शनिवार को न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री था। हालांकि शाम सवा छह बजे के बाद उमस भरी गर्मी हो गई। मौसम विभाग के अनुसार अगले पांच दिनों तक मौसम में उतार चढ़ाव बना रहेगा। हल्की बारिश के साथ आसमान में बादल छाए रहेंगे। बारिश से गर्मी से कुछ समय तक राहत मिलेगी, लेकिन बाद में उमस भरी गर्मी परेशान कर सकती है।