सरकारी डिनर में मस्त नेता, रोटी के लिए तड़पती जनता : प्रो. चावला
। पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि पंजाब सरकार व पंजाब में राजनीतिक आंदोलन करने वाले जितने भी दल हैं कभी उन्होंने सोचा है कि देश में कितने लोग भूखे हैं।
संवाद सहयोगी, अमृतसर
पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि पंजाब सरकार व पंजाब में राजनीतिक आंदोलन करने वाले जितने भी दल हैं, कभी उन्होंने सोचा है कि देश में कितने लोग भूखे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार, विपक्षी दल व जिला प्रशासन ने फरीदकोट में गरीबी के कारण आत्मदाह करने वालों के बारे में एक शब्द नहीं कहा। उनकी गरीबी का किसी भी नेता पर कोई असर नहीं पड़ा। नेतागण बड़े आराम से चंडीगढ़ के भवनों में बैठे सरकारी लंच और डिनर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार यह आंकड़े जारी करे कि लाकडाउन के कारण बेकारी से कितने लोग मौत के मुंह में चले गए। सरकारी संस्थानों से कितने कर्मचारी निकाले गए, जो रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जनता जानती है कि जो आंदोलन हैं, वे अपनी राजनीतिक दुकानें चमकाने के लिए हैं, रोटी व रोजगार के लिए तड़प रही जनता के लिए नहीं।