हलका उत्तरी में कुंवर का विरोध थमा, एक मंच पर आए मनीष अग्रवाल
विधानसभा हलका उत्तरी से आम आदमी पार्टी की ओर से उम्मीदवार उतारे गए पूर्व आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह का विरोध थम गया है।
जासं, अमृतसर: विधानसभा हलका उत्तरी से आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से उम्मीदवार उतारे गए पूर्व आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह का विरोध थम गया है। यहां से वर्ष 2017 में आप से चुनाव लड़ चुके व्यापार विग के पंजाब प्रधान मनीष अग्रवाल और पूर्व आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह अब एक मंच पर आ गए हैं। आप नेता मनीष अग्रवाल ने कहा कि इस हलके से कुंवर ही सही उम्मीदवार हैं, जो विरोधियों को टक्कर देने की क्षमता रखते हैं। पूर्व आइजी ने कहा कि उनका कोई विरोध नहीं कर रहा था। पार्टी एकजुट है और सभी मिलजुलकर ही चुनाव लड़ेंगे।
दरअसल, जब हलका उत्तरी से पूर्व आइजी कुवंर को मैदान में उतारा गया था, तब कुछ वालंटियरों ने आप नेता मनीष अग्रवाल के साथ मिलकर उनका विरोध किया था और उम्मीदवार बदलने की मांग की थी। इसके बाद हलके के कई वालंटियर आपस में बंटे हुए नजर आए। पार्टी हाईकमान ने सभी के मनमुटाव दूर करके एकजुटता के साथ चुनाव लड़ने के निर्देश दिए तो अब यहां दोनों नेता साथ आ गए हैं। इस अवसर पर उनके साथ अजय पोद्दार, ऋषि अग्रवाल, गुलशन महाजन, डा. यादविद्र, रजनीश महाजन, सतीश अग्रवाल, नितिन गुप्ता, मोनिका त्यागी, विनोद अग्रवाल, पवन कुमार, मोहित, कपिल हिसारिया, दिव्या किदरी, गुरचरण सिंह, संदीप, विनीत महाजन, अरुण बजाज, जतिन कपूर, हिमांशु महाजन एवं राघव उपस्थित थे। अभी पश्चिम, अटारी और मजीठा हलके में जारी है उम्मीदवारों का विरोध
आम आदमी पार्टी की तरफ से हलका पश्चिम में चुनाव मैदान में उतारे गए उम्मीदवार डा. जसबीर सिंह, हलका अटारी से पूर्व एडीसी जसविदर सिंह और मजीठा से उम्मीदवार सुखजिदर राज सिंह लाली मजीठिया का विरोध हो रहा है। हलके के कई आप वर्करों ने उम्मीदवार बदलने की मांग की है। पश्चिम से तो वालंटियरों ने आप के राष्ट्रीय कन्वीनर व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल को पत्र भी लिखा है। मजीठा में आप वर्करों ने लाली मजीठिया का विरोध जताते हुए गुरभेज सिंह को टिकट देने की मांग की है। वहीं अटारी से उम्मीदवार पूर्व एडीसी जसविदर सिंह से तो वालंटियर इतने नाराज हुए कि पांच ब्लाक प्रधान और 11 के करीब सर्किल प्रधानों ने अपने पद से इस्तीफे दे दिए थे। हालांकि उनके इस्तीफे मंजूर नहीं किए गए। मामला हाईकमान तक पहुंचने के बाद नाराज वर्करों को मनाने की कोशिश की जा रही है।