किसानों ने एफसीआइ व सिविल सप्लाई कार्यालयों के बाहर किए प्रदर्शन
केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों और एफसीआइ की विवादास्पद खरीद नीतियों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अलग-अलग किसान संगठनों ने एफसीआइ और फूड व सिविल सप्लाई कार्यालयों का घेराव किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों और एफसीआइ की विवादास्पद खरीद नीतियों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अलग-अलग किसान संगठनों ने एफसीआइ और फूड व सिविल सप्लाई कार्यालयों का घेराव किया। प्रदर्शनकारी किसानों की ओर से चेतावनी दी गई कि अगर सरकार ने एफसीआइ की कार्यप्रणाली में सुधार न किया तो किसान राज्य भर की सभी आनाज मंडियों को पूरी तरह बंद कर देंगे।
आजाद किसान संघर्ष कमेटी पंजाब, जम्हूरी किसान सभा, किरती किसान यूनियन, आल इंडिया किसान सभा, पंजाब किसान सभा के हजारों कार्यकर्ताओं की ओर से जिला फूड व सिविल सप्लाई विभाग के मुख्य कार्यालय के बाहर रोष धरना सुबह 11 बजे से लेकर शाम तीन बजे तक दिया गया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए किसान नेताओं हरजीत सिंह, रत्न सिंह रंधावा, बलविदर सिंह दुधाला और दरबार सिंह लोपोके ने कहा कि सरकार कृषि सेक्टर को ताबह करके इस को कारपोरेट घरानों को सौंपना चाहती है। किसानों की भूमि को कारपोरेटों के पास गिरवी रखने की तैयारियां हो रही है। इस दौरान किसान नेताओं बलकार सिंह, सतनाम सिंह झंडेर, अमरजीत सिंह, धनवंत सिह मौजूद थे।
भारतीय किसान यूनियन उग्राहा की ओर से स्थानीय रानी का बाग स्थित एफसीआइ कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की ओर से देश के कृषि मंत्री के नाम एफसीआइ अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया। उन्होंने कहा कि किसान किसी भी कीमत पर एफसीआई को अपनी भूमि के दस्तावेज नहीं देंगे। इस दौरान किसान नेताओं कश्मीर सिंह, हरचरण सिंह, बघेल सिंह, परमिदर सिंह, जसपाल सिंह, कश्मीर सिंह आदि ने संबोधित किया।
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सरवण सिंह पंधेर की अगुआई में किसानों की ओर से वल्ला स्थित एफसीआइ के कार्यालय व गोदामों के बाहर रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान अपनी भूमि के फर्दों को एफसीआइ को नहीं देंगे। इस मौके पर कृपाल सिंह, बलविदर सिंह, गुख्तार सिंह, हरदेव सिंह, मुखबैन सिंह, कंवलजीत सिंह मौजूद थे।