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युवाओं को सभ्याचार से जोड़ना लेखकों की जिम्मेदारी: देसराज काली

। बसंत एवेन्यू स्थित माझा हाउस में प्रभा खेतान फाउंडेशन द्वारा अखर के विषय पर आधारित कार्यक्रम करवाया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Feb 2020 12:46 AM (IST)Updated: Sun, 23 Feb 2020 06:08 AM (IST)
युवाओं को सभ्याचार से जोड़ना लेखकों की जिम्मेदारी: देसराज काली
युवाओं को सभ्याचार से जोड़ना लेखकों की जिम्मेदारी: देसराज काली

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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बसंत एवेन्यू स्थित माझा हाउस में प्रभा खेतान फाउंडेशन द्वारा अखर के विषय पर आधारित कार्यक्रम करवाया गया।

कार्यक्रम में मशहूर लेखक देस राज काली मुख्य तौर पर पहुंचे, जिन्हें संस्था की तरफ से समृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। लेखक देस राज काली ने कहा कि पंजाब के अमीर सभ्याचार के साथ युवाओं को जोड़ना लेखकों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि लेखकों को कलम की ताकत से ऐसे लेख लिखने चाहिए, जो उन्हें सोचने पर मजबूर कर दें।

देस राज काली ने अपने कुछ चुनिदा अक्षरों से श्रोताओं के मन में सवाल पैदा किए। उन्होंने कहा कि दिन-ब-दिन कल्चर बदलता जा रहा है और नए कल्चर को अपनाने के साथ साथ में पुराने को भी संभाल कर रखना चाहिए। क्योंकि हमारा सभ्याचार ही विकास करने में हमारा मददगार साबित होगा। उन्होंने कथ काली, फकीरी, यहां चाय अच्छी नहीं मिलती जैसे कई संग्रह लिखे हैं, जिनके जरिए उन्होंने दलित चेतनाओं की जटिलताओं को बारीकी से पेश किया है। परमेश्वरी, अंतहीन और नर नाटक जैसे नॉवल भी लिखे हैं, जो वित्तीय संकट और आतंकवाद से जूझ रहे लोगों की मानसिकता का वर्णन करते हैं।


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