गांव बीरबल पुरा में आज से भक्त कर सकेंगे इस्कान मंदिर के दर्शन
पंजाब के ग्रामीण क्षेत्र में इस्कान की ओर पहला मंदिर तैयार कर दिया गया है।
कमल कोहली, अमृतसर: पंजाब के ग्रामीण क्षेत्र में इस्कान की ओर पहला मंदिर तैयार कर दिया गया है। इसमें भक्तों को भगवान श्री कृष्ण, बलराम, गौर निताई, स्वरूप के दर्शन होंगे। जिले में फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पर स्थित गांव बीरबल पुरा में यह मंदिर बनाया गया है। इस्कान के प्रबंधों में बनाए गए इस भव्य मंदिर के दर्शन भक्त 28 नवंबर से कर सकेंगे।
इस मंदिर का धार्मिक परंपरा के अनुसार शुभारंभ इस्कान के प्रमुख स्वामी नव योगेन्द्र महाराज करेंगे। गांव बीरबल फतेहगढ़ चूड़ियां रोड बाईपास से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित है। इस मंदिर के निर्माण में एक करोड़ की राशि खर्च हुई है। 5000 वर्ग गज में बने इस मंदिर में हर तरह की आधुनिक सुविधाओं का प्रबंध किया गया है। चार अगस्त 2021 को इस मंदिर को बनाने का शुभारंभ किया गया था। चार माह में इस मंदिर का निर्माण पूरा किया गया है।
मंदिर में एक यज्ञशाला, एक मेडिटेशन हाल, तुलसी, वाधिका मंदिर परिसर में फाउंटेन बनाया गया है। मंदिर परिसर में बनाए हाल में सैकड़ो लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा 15 हजार स्क्वेयर फीट का आंगन भी बनाया गया है। इसमें हजारों श्रद्धालु प्रभु के नाम का आनंद उठा सकेंगे। मंदिर परिसर का गुंबद 51 फुट का बनाया गया है, जो बेहद सुंदर डिजाइन किया गया है। इसके निर्माण के लिए राजस्थान और मध्य प्रदेश से मंगवाकर सफेद व रंगबिरंगा संगमरमर लगाया गया है। मंदिर परिसर में लाइट एंड साउंड का भी प्रबंध किया गया है। यज्ञशाला में विश्व कल्याण के लिए समाज कल्याण के लिए यज्ञ किए जाएंगे। अमृतसर शहर में पहले से दो मंदिर, जिले में अब कुल तीन बने
इस्कान के पूरे देश में 700 से अधिक मंदिर हैं। अमृतसर शहर में भी दो मंदिर पहले बने हुए हैं। एक मंदिर लक्ष्मण सर और दूसरा वृंदावन गार्डन में बनाया हुआ है। पंजाब में लुधियाना जालंधर में भी इस्कान के मंदिर हैं। मंदिर परिसर में लाइट एंड साउंड का भी प्रबंध किया गया है। यज्ञशाला में विश्व कल्याण के लिए समाज कल्याण के लिए यज्ञ किए जाएंगे। इस्कान के प्रमुख स्वामी नव योगेन्द्र महाराज करेंगे शुभारंभ
श्री गोकुल गोशाला के अध्यक्ष स्वामी श्यामानंद प्रभु ने बताया कि 28 नवंबर को इस्कान के प्रमुख स्वामी नव योगेन्द्र महाराज पूरी धार्मिक परंपरा के अनुसार मंदिर का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान पंजाब के उपमुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी मुख्य तौर पर शामिल होंगे। 28 नवंबर को स्वामी जी प्रवचनों से भक्तजनों को आशीर्वाद देंगे। शनिवार को सुबह 11:30 बजे महायज्ञ किया गया।