शहरों में सतर्कता, ग्रामीण बेपरवाह, 60 फीसद संक्रमित गांवों से
कोरोना वायरस की दूसरी लहर लगातार चुनौतियां खड़ी कर रही है। मार्च में कोरोना वायरस में बेहद खतरनाक तरीके से पुन दस्तक दी और यह स्पष्ट कर दिया कि यदि लोग लापरवाह बने रहेंगे तो यह वायरस संभवत कभी भी रुखसत नहीं होगा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : कोरोना वायरस की दूसरी लहर लगातार चुनौतियां खड़ी कर रही है। मार्च में कोरोना वायरस में बेहद खतरनाक तरीके से पुन: दस्तक दी और यह स्पष्ट कर दिया कि यदि लोग लापरवाह बने रहेंगे तो यह वायरस संभवत कभी भी रुखसत नहीं होगा। अमृतसर में देहाती क्षेत्रों में भी कोरोना वायरस ने शक्तिशाली ढंग से दस्तक दी है। शहरी आबादी की तुलना में देहाती क्षेत्रों में 60 प्रतिशत संक्रमित रिपोर्ट हो रहे हैं। इसकी मुख्य वजह लापरवाही माना गया है। गांव के लोग इस गलतफहमी में है कि कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा, इसलिए वह न तो शारीरिक दूरी के नियम का पालन कर रहे हैं और न ही मास्क पहन रहे हैं। इस बात की जानकारी दिल्ली से आई नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम की टीम ने दी थी। शहरी आबादी अब कोरोना को लेकर काफी सतर्कता बरत रही है, लेकिन ग्रामीणों के दिल में अभी यह बात जगह नहीं बना पाई की कोरोना वायरस बेहद खतरनाक है। ज्यादातर ग्रामीण आज भी यही मानते हैं कि कोरोना तो है ही नहीं।
तीन की मौत, 296 संक्रमित
बुधवार को जिले में 296 नए संक्रमित रिपोर्ट में हैं जबकि तीन लोगों की मौत हो गई। संक्रमितों में 216 कम्युनिटी से मिले हैं, जबकि 80 कांटैक्ट से। इसके साथ ही अमृतसर में कोरोना वायरस ने 21 हजार का आंकड़ा पूरा कर लिया है। अब कुल संक्रमित 21010 हैं। बुधवार को 246 कोरोना संक्रमित स्वस्थ भी हुए हैं। अब कुल संक्रमितों की संख्या 17315 है।
हालांकि एक्टिव केसों में लगातार वृद्धि होते हुए यह 3019 पहुंच चुकी है। कोरोना संक्रमित कुल 676 लोगों की अब तक मौत हुई है। बुधवार को जिन लोगों की मौत हुई उनमें एयरपोर्ट रोड निवासी 67 वर्षीय महिला, रामनगर सुल्तानविड रोड निवासी 67 वर्षीय पुरुष व गांव फेरुमान निवासी 74 वर्षीय महिला शामिल हैं। मार्च में 81 लोगों ने कोरोना से दम तोड़ा
28 फरवरी तक जिले में 595 मौतें हुई थी, जबकि सिर्फ मार्च में 81 लोगों ने कोरोना संक्रमण की वजह से दम तोड़ दिया। बुधवार को रिपोर्ट हुए 296 कोरोना संक्रमित में से 240 देहाती क्षेत्रों से मिले हैं। देहाती क्षेत्रों में बरती जा रही लापरवाही ही संक्रमण के फैलने का कारण बन रही है। एक लाख लोगों को लग चुकी है वैक्सीन
इसी बीच कोरोना वैक्सीन ने एक लाख का आंकड़ा पूरा कर लिया है। जिले में हेल्थ वर्करों, फ्रंटलाइन वारियर्स 43 से 59 आयु वर्ग के लोगों, 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को टीका लगाने का क्रम लगातार जारी है। अब तक एक लाख टीके लगाए जा चुके हैं। मरीजों के लिए जिले में 1172 बेड तैयार
सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह ने बताया कि कोरोना के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए जिले में 1172 बेड तैयार हैं। इनमें 551 लेवल वन और 621 लेवल टू के बेड हैं। जिले के 27 प्राइवेट अस्पताल व दो सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों को दाखिल किया जा रहा है। इसलिए गांवों में फैला संक्रमण
-ग्रामीणों ने कोरोना वायरस की गंभीरता को नहीं समझा।
- इस गलतफहमी रहे कि कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता
-शारीरिक दूरी के नियमों को दरकिनार किया।
-मास्क तक पहना जरूरी नहीं समझा।