प्रोजेक्टों को लेकर खुद ही अपडेट नहीं सिद्धू
पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह को पत्र लिखना उनके लिए ही मुसीबत बनता जा रहा है।
विपिन कुमार राणा, अमृतसर
पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह को पत्र लिखना उनके लिए ही मुसीबत बनता जा रहा है। उन्होंने पत्र में अपने विधानसभा हलके अमृतसर पूर्वी में विकास न होने की शिकायत की है। सिद्धू के इन्हीं आरोपों की हवा नगर सुधार ट्रस्ट और नगर निगम ने डिप्टी कमिश्नर शिव दुलार सिंह ढिल्लों को भेजे अपने जवाब में निकाल दी है। जवाब में स्पष्ट किया गया है कि सिद्धू के हलके के तमाम काम पहले की तरह ही हो रहे हैं। विशेषकर अपने हलके के जिन दो पुलों का मामला उन्होंने उठाया है, उस पर भी ट्रस्ट ने स्थिति स्पष्ट की है। कहा है कि वल्ला फाटक आरओबी का चालीस फीसद काम पूरा हो चुका है। वहीं जौड़ा फाटक अंडरब्रिज काम भी रेलवे जल्द ही शुरू करेगा। इससे साफ है कि सिद्धू खुद अपने हलके में हो रहे विकास के कामों को लेकर अपडेट नहीं हैं।
दरअसल, 16 जुलाई को सिद्धू ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखते हुए अपनी शिकायत दर्ज करवाई थी। इस पर 17 जुलाई को डिप्टी कमिश्नर ने ट्रस्ट को इस बारे में स्थिति स्पष्ट करने को कहा था। 21 जुलाई को शिकायत मिलने के बाद 23 जुलाई को ट्रस्ट ने अपना जवाब डीसी को भेजा। इसमें शहर में बन रहे पांचों पुलों के अलावा पूर्वी हलके के विकास के स्टेटस की जानकारी दी। इसके अलावा अभी हाल ही में 20 करोड़ रुपये के विकास के टेंडर पूर्वी हलके के लगाए गए हैं। टेंडर मंगलवार यानी 28 जुलाई को खुलना है। वहीं निगम ने भी स्पष्ट किया कि इन्वायरनमेंट इम्प्रवूमेंट प्रोग्राम के तहत सिद्धू के हलके में पांच करोड़ रुपये से छह विकास कार्य जल्द शुरू करवाए जाएंगे। शहर में बन रहे पांचों पुलों पर स्पष्ट की स्थिति
वल्ला आरओबी..
सिद्धू के हलके के 33.51 करोड़ के वल्ला आरओबी पर पांच मार्च 2019 को वर्कऑर्डर जारी हुए थे। लॉकडाउन में तीन माह काम बंद रहने के बावजूद अब तक चालीस फीसद काम पूरा किया जा चुका है। 31 मार्च 2021 इसकी डेडलाइन है।
भंडारी पुल..
- 16.29 करोड़ से भंडारी ब्रिज एक्सटेंशन का काम चल रहा है। इसका वर्कऑर्डर पांच मार्च 2019 को लगा। लॉकडाउन में तीन माह काम बंद रहा और 35 फीसद काम पूरा हो चुका है।
22 नंबर फाटक आरओबी..
- 25.83 करोड़ के रेलवे 22 नंबर फाटक आरओबी का वर्कऑर्डर पांच मार्च 2019 को जारी हुआ। लॉकडाउन में काम बंद रहने के अलावा कब्जे हटाने की वजह से लटके काम का 20 फीसद काम पूरा हो चुका है।
फोरएस चौक फ्लाईओवर..
- 15 करोड़ से बनने वाले फोरएस चौक फ्लाईओवर का काम पुरातत्व विभाग की वजह से लटका हुआ है। केंद्र सरकार द्वारा इसकी एनओसी रद कर दी गई है। 24 दिसंबर 2019 को दोबारा केंद्र को पत्र लिखते हुए एनओसी जारी करने के लिए कहा है।
जौड़ा फाटक अंडरब्रिज..
जौड़ा फाटक का काम रेलवे ने करवाना है। इसलिए ट्रस्ट ने आरयूबी का 25.44 करोड़ रुपया दो किश्तों में रेलवे को जमा करवा दिया है। इस पर जल्द ही रेलवे काम शुरू कर देगा।
पूर्वी हलके में इन वार्डो में खर्च हुए 13 करोड़ रुपये
वार्ड विकास कार्य राशि
16,17,18,20,28 विभिन्न गलियों में सीसी फ्लोरिग 3.08 करोड़
27,29,32,34 विभिन्न गलियों में सीसी फ्लोरिग 1.02 करोड़
16,17,20 बीएम व पीसी रोड वर्क 1.56 करोड़
26 बीएम एंड पीसी रोड वर्क 64.28 लाख
15 व 27 बीएम एंड पीसी रोड वर्क 92 लाख
26 व 29 फुटपाथ व रोड पर इंटरलॉकिग टाइल 57.37 लाख
15,21,26,28,29 ट्यूबवेल 98.55 लाख
26,27,28 विभिन्न गलियों की सीसी फ्लोरिग 53 लाख
44 व 45 विभिन्न गलियों की सीसी फ्लोरिग 94 लाख
25,29,31, 43 विभिन्न गलियों की सीसी फ्लोरिग 90 लाख
24 व 30 विभिन्न गलियों की सीसी फ्लोरिग 70 लाख
24, व 45 बीएमपीसी रोड वर्क 49.50 लाख
25,27,29,43 बीएमपीसी रोड वर्क 87 लाख सिद्धू के हलके में ये काम भी करवा रहा ट्रस्ट
न्यू अमृतसर में सात एकड़ का पार्क 4.62 करोड़
कम्युनिटी हॉल 1.75
माल मंडी में विकास 3 करोड़
न्यू अमृतसर की सड़कों का निर्माण 5 करोड़
ट्रक स्टैंड का विकास 10 करोड़
वेरका में स्टेडियम का निर्माण 3.50 करोड़ सीएम के निर्देश हैं, सिद्धू के हलके का रखें खास ख्याल: : बस्सी
नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन दिनेश बस्सी ने कहा, नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस के सम्मानीय नेता हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के विशेष निर्देश हैं कि उनके हलके के विकास में कोई कमी न रहने दी जाए। पिछले एक साल में उनके हलके का कोई भी काम रुकने नहीं दिया गया है। उनके हलके के पार्षदों की बाबत जो भी विकास के काम ट्रस्ट को आए हैं, उनके टेंडर लगाए गए हैं। हाल ही में पूर्वी हलके के लगभग 20 करोड़ के टेंडर लगाए गए हैं, जो 28 जुलाई को खुलेंगे। इन्वायरनमेंट इम्प्रवूमेंट प्रोग्राम के तहत हलके के छह विकास कार्यो पर पांच करोड़ खर्च किए जाने हैं। देरी का मुख्य कारण यह रहा कि सिद्धू ने पहले प्रोजेक्ट के पैसे नगर सुधार ट्रस्ट को दे दिए। बाद में 24 दिसंबर 2019 को दोबारा पत्र लिख ट्रस्ट से काम करवाने से मना कर दिया और निगम से काम करवाने को कहा। टेंडर लगने के बाद लॉकडाउन हो गया। मई में टेंडर खोले गए तो किसी ने टेंडर नहीं डाला था, इसलिए दोबारा टेंडरिग की गई। तकनीकी कमेटी से यह पास हो चुके हैं और अगले सप्ताह होने वाली एफएंडसीसी की बैठक की मंजूरी के बाद इसे शुरू करवा दिया जाएगा। 15 दिन में काम शुरू हो जाएगा।
- दपिदर संधू, एसई सिविल नगर निगम