आत्मनिरीक्षण व स्वयं को तलाशना ही आगे बढ़ने का मार्ग : संजय गुप्ता
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) अमृतसर ने एमबीए प्रोग्राम के छठे बैच की ऑनलाइन शुरुआत की।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) अमृतसर ने एमबीए प्रोग्राम के छठे बैच की ऑनलाइन शुरुआत की। इसमें बैच के सभी विद्यार्थी शामिल हुए। कांफ्रेंस में आइआइएम अमृतसर के चेयरमैन संजय गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके साथ संस्थान के निदेशक प्रो. नागराजन राममूर्ति, बोर्ड ऑफ गवर्निंग के प्रो. महिमा गुप्ता, प्रो. दीपा भट्ट ने विद्यार्थियों को ऑनलाइन कांफ्रेंस में संबोधित किया।
आइआइएम निदेशक प्रो. नागराजन ने कहा कि मानव प्रकृति अनुकूलनीय है। हमने अतीत में कई संकटों को दूर किया है। विभिन्न कंपनियां अपने कर्मचारियों से स्किल्स और व्यवहार की उम्मीदें रखती हैं, लेकिन नौकरी के लिए सबसे जरूरी है ईमानदारी और सत्यनिष्ठा। ईमानदारी पर समझौता एक लीडर की प्रतिष्ठा को बर्बाद कर सकता है।
मुख्य अतिथि संजय गुप्ता ने कहा कि कोरोना महामारी ने जीवन जीने का तरीका बदल दिया है, पर यह संकट टल जाएगा और हमें सीख भी देगा। उन्होंने छात्रों को डिजिटल वातावरण से हतोत्साहित न होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि स्वयं को तलाशना, आत्मनिरीक्षण करना व अंदर के व्यक्ति को खोजना ही आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने छात्रों को मल्टीटास्किंग सीखने, विभिन्न क्षेत्रों में काम करने में सक्षम होने व विभिन्न कौशल सीखने की सलाह दी।
प्रो. महिमा गुप्ता ने कहा कि हमारे पास भारत के सबसे उज्ज्वल और जिज्ञासु दिमाग हैं। उन्होंने नए कार्यक्रमों के बारे में कुछ तथ्यों पर प्रकाश डाला, जो लॉन्च किए गए हैं।
एमबीए-06 की निहारिका घोष और कृष्णा स्वरूप ने एमबीए की यात्रा से जुड़ी आशाएं और महत्वाकांक्षाओं को अपने बैचमेट्स से साझा किया। इसके अलावा आइआइएम अमृतसर के पूर्व छात्रों में साहिब सेठी ने वास्तविक व्यवसाय की दुनिया में अंतर्दृष्टि प्रदान की। एमबीए-05 के विद्यार्थी कुशाल और श्रुति शाह ने भी एमबीए यात्रा के अपने अनुभवों को बताया। 1.59 लाख छात्रों ने एमबीए में दिखाई रुचि
प्रो. दीपा भट्ट ने बताया कि कुल 1.59 लाख छात्रों ने आइआइएम अमृतसर द्वारा प्रस्तावित एमबीए कार्यक्रम में रुचि दिखाई। कार्यक्रम के लिए प्रवेश इंटरव्यूज ऑनलाइन आयोजित किए गए थे। इस साल छात्रों की संख्या 146 से बढ़कर 226 हो गई है। आगामी एमबीए-06 बैच को कॉलेज की विभिन्न प्रक्रियाओं और संसाधनों से परिचित होना आवश्यक है, इसलिए संस्थान ने 3 अगस्त, 2020 को नए बैच के लिए कक्षाएं शुरू करने से पहले इंडक्शन प्रोग्राम की योजना बनाई।