खुशी की बात, आइआइएम के 2020-22 बैच की सौ फीसद प्लेसमेंट
इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेट (आइआइएम) अमृतसर ने अपने आज तक के सबसे बड़े बैच 2020-22 के समर प्लेसमेंट प्रोसेस में सौ फीसद प्लेसमेंट के साथ संपन्न किया है।
जासं, अमृतसर: इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेट (आइआइएम) अमृतसर ने अपने आज तक के सबसे बड़े बैच 2020-22 के समर प्लेसमेंट प्रोसेस में सौ फीसद प्लेसमेंट के साथ संपन्न किया है। बैच में 212 छात्र हैं और यें पिछले बैच के मुकाबले 50 फीसद अधिक हैं। बैच 2020-22 में 33 फीसद छात्राएं और देश के 24 राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले छात्र शामिल हैं।
इस साल प्लसेमेंट प्रोसेस में 100 से भी अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्लेसमेंट में 80 कंपनियां आई। प्रमुख कंपनियों में क्राम्पटन ग्रीव्ज, जिओ क्रिएटिव लैब्स, कोटक महिद्रा, एडोबी, डालमिया ग्रुप, आइओसीएल, हल्दीराम, शापर्स स्टाप, कैपिटाल फूड्स और अक्षय पात्रा के नाम शामिल रहे। वहीं पूर्व में प्लेसमेंट के लिए आने वाली आइसीआइसीआइ लोम्बारड, आरबीआइ, शाओमी, वी-गार्ड, सिपला, एचपीसीएल कंपनियों ने भी इसमें शिरकत की। वर्चुअल मोड पर चले प्रोसेस में कंपनियों ने विद्यार्थियों को 99,207 से लेकर 1,17,000 का स्टाइपेंड आफर किया। संस्थान ने छात्रों को मार्केटिग, फाइनेंस, आपरेशंस, बिजनेस एनालिटिक्स, ह्यूमन रिसोर्सेज और जनरल मैनेजमेंट जैसे विभिन्न प्रोफाइल्स में अवसर प्रदान किए। इससे पहले आइआइएम अमृतसर के जशवंत नायडू को मिला था यूथ आइकान 2020 पुरस्कार
उल्लेखनीय है कि आइआइएम अमृतसर के विद्यार्थी संस्थान का देशभर में नाम चमका रहे हैं। इसी संस्थान के जशवंत नायडू को हाल ही में नेशनल यूथ आइकान 2020 पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। जशवंत आइआइएम अमृतसर के एमबीए फाइनल इयर के छात्र है। उन्होंने बताया कि पांडुरु के खादी कर्मियों की स्थिति देखकर उन्होंने उनकी सहायता करने का निर्णय लिया। पांडुरु की खादी बहुत प्रसिद्ध है, पर खादी कर्मियों को जीवन यापन करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि उनकी सहायता के लिए उन्होंने अपने साथियों के साथ एक आनलाइन मार्केटिग पोर्टल बनाया, जिसके कारण अब पांडुरु खादी ने विश्व भर में प्रसिद्धि प्राप्त कर ली है। इस प्लेटफार्म की सहायता से उन्होंने मार्केट के बिलौचियों को हटाकर उनसे लोगों के होने वाले शोषण को खत्म किया है।