होटल, बार खुल गए, पर बार फीस को लेकर परेशान कारोबारी
कोरोना काल में होटल बार कारोबारी विषम परिस्थितियों से गुजर रहे हैं। भले ही पूरी तरह से अनलाक हो चुका है लेकिन मौजूदा समय में बार फीस को लेकर असमंजस की स्थित है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : कोरोना काल में होटल, बार कारोबारी विषम परिस्थितियों से गुजर रहे हैं। भले ही पूरी तरह से अनलाक हो चुका है, लेकिन मौजूदा समय में बार फीस को लेकर असमंजस की स्थित है। क्योंकि एक्साइज विभाग होटलों व बार वालों को फीस जमा करवाने के लिए लगातार दबाव बना रहा है। अमृतसर एक टूरिस्ट सिटी है। यहां लाखों की संख्या में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं, लेकिन इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है। होटल, रेस्त्रां मालिकों की तरफ करोड़ों रुपये की बार फीस बकाया है, जिसे फिलहाल जमा करवा पाना मुमकिन नहीं है।
किराये तक निकालने मुश्किल हुए पड़े हैं: अजय कपूर
फेडरेशन होटल एंड रेस्टोरेंट इंडिया के सदस्य अजय कपूर व होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन पंजाब के प्रधान अमरवीर सिंह ने बताया कि अमृतसर पर्यटन के लिए मशहूर है। ऐसे में यहां छोटे-बड़े सब मिलाकर 850 के करीब होटल हैं, इनमें नौ हजार कमरे हैं। इसके अलावा करीब 200 रेस्त्रां भी हैं। सभी बड़े होटलों में बार की सुविधा है। एक्साइज विभाग ने पहले तीन महीने की बार फीस माफ कर दी थी, लेकिन अब फीस जमा करवाने के लिए बोला जा रहा है। अभी तक काम पूरी तरह से बंद है। किराए और बिजली के बिल निकालने मुश्किल हुए पड़े हैं। ऐसे में बार फीस जमा करवा पाना भी चुनौती है। फाइव स्टोर होटल के लिए सात लाख रुपये बार लाइसेंस फीस, जबकि बाकी अन्य होटलों के लिए 4.50 लाख रुपये फीस रखी गई है। इसी तरह केवल बार चलाने वालों की फीस करीब 2.10 लाख रुपये है।