हरियाणा पुलिस ने दिल्ली में पहले ही उठा लिया नशा तस्कर, अमृतसर पुलिस बैरंग लौटी
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में पावंटा साहिब से भारी मात्रा में नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले नई दिल्ली स्थित मयूर विहार निवासी प्रेम कुमार झा को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
नवीन राजपूत, अमृतसर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में पावंटा साहिब से भारी मात्रा में नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले नई दिल्ली स्थित मयूर विहार निवासी प्रेम कुमार झा को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि प्रेम झा को दबोचने के लिए अमृतसर देहाती पुलिस के दो डीएसपी अभिमन्यु राणा और गुरिदरजीत सिंह नागरा भी दिल्ली पहुंचे थे लेकिन हरियाणा की कुरुक्षेत्र पुलिस ने आरोपित को पहले ही काबू कर नशीली दवाओं की खेप बरामद कर ली थी। अब अमृतसर की पुलिस अधिकारियों की ओर से प्रेम कुमार झा को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया जाएगा।
इधर, हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार नशीली दवाओं की फैक्ट्री चलाने वाले मनीष मोहन को शनिवार को बाबा बकाला कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपित को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। एसएसपी ध्रुव दहिया ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद मामले की जानकारी दी जाएगी। अभी इस कड़ी में दो दर्जन से ज्यादा गिरफ्तारियां होना बाकी हैं। 15 करोड़ की नशीली दवाओं के साथ काबू किए गए मनीष मोहन ने सीआइए स्टाफ की हिरासत में स्वीकार किया है कि दिल्ली स्थित मयूर विहार निवासी प्रेम झा दिल्ली में मानसी मेडिकोज के नाम से अपनी फर्म चलाता है। वह पिछले कई साल से उससे नशे की दवाओं की खरीद करके दिल्ली ही नहीं बल्कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सप्लाई कर रहा था। फैक्ट्री के दस्तावेज भी मंगवाए पुलिस ने
मत्तेवाल पुलिस ने पावंटा साहिब स्थित पकड़ी गई नशे की फैक्ट्री की मलकीयत को लेकर दस्तावेज भी मंगवाए हैं। बताया जा रहा है यह फैक्ट्री हिमाचल के एक पूर्व सीएम के पोते के नाम पर है जिसे आरोपित मनीष मोहन ने लीज पर खरीदा था। यह है मामला
मत्तेवाल थाने की पुलिस ने वीरवार की रात हिमाचल के पावंटा साहिब में नशीली दवाएं बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर वहां से 15 करोड़ की दवाएं बरामद की थीं। पुलिस ने दवाएं वहीं स्थानीय पुलिस और ड्रग इंस्पेक्टर को भी सौंप दी थी। फैक्ट्री के रिकार्ड से पता चला कि वह दिल्ली, पंजाब, यूपी और हरियाणा के कई जिलों में नशीली दवाएं सप्लाई कर रहा है। कई फैक्ट्रियों का अस्तित्व ही नहीं है।