विश्व पटल पर लाएंगे शहर के नए ऐतिहासिक पर्यटन स्थल
अमृतसर जिला के नवनियुक्त डिप्टी कमिश्नर शिव दुलार ¨सह ढिल्लों ने शहर के आधा दर्जन नए एतिहासिक स्थल विश्व पटल लाने का फैसला किया है।
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डीसी ढिल्लों बोले, अभी एक ही दिन के टूर पर आते हैं सैलानी, तीन दिन के स्टे से अमृतसर की होगी आर्थिक स्थित मजबूत
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जागरण संवाददाता, अमृतसर
जिला के नवनियुक्त डिप्टी कमिश्नर शिव दुलार ¨सह ढिल्लों ने शहर के आधा दर्जन नए एतिहासिक स्थल विश्व पटल लाने का फैसला किया है। इसके तहत जल्द ही वे महाराजा रंजीत ¨सह के कंपनी स्थित समर पैलेस शुरु करना चाहते हैं, वहीं भारत-पाक सीमा पर महाराजा रंजीत ¨सह से ही जुड़े पुल मोरां पर एक बड़ा कार्यक्रम करवाने की योजना बना रहे हैं। अमृतसर में ज्वाइ¨नग करते ही उन्होंने इसके लिए तेजी से काम करना शुरु किया है। पूर्व में टूरिज्म विभाग में रह चुके ढिल्लों कहते हैं कि यहां रोजाना पहुंचने वाले करीब 1.25 लाख सैलानी एक दिन की बजाए तीन दिन या इससे अधिक दिन यहां रुकते हैं तो गुरु नगरी की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
ढिल्लों के मुताबिक अभी सैलानी एक ही दिन में श्री दरबार साहिब में माथा टेकने के बाद जलियांवाला बाग और अटारी बार्डर घूमने के बाद वापस लौट जाते हैं। सैलानियों को पता ही नहीं कि यहां कई अन्य भी एतिहासिक स्थल हैं, जो पंजाब विरासत और इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। यहां पहुंचने वाले 85 फीसद सैलानी टूरिस्ट आपरेटरों के जरिए पहुंचते हैं और टूरिस्ट आपरेटरों को अमृतसर के इतिहास से जुड़ी बहुत
चीजों की जानकारी ही नहीं। उन तक यह जानकारी अमृतसर की वेबसाइट के जरिए पहुंचाएंगे।
डीसी ढिल्लों ने बताया कि कंपनी बाग स्थित महाराजा रंजीत ¨सह का समर पैलेस और पुल मोरां ऐतिहासिक है। इसके अलावा वार मेमोरियल और
अमृतसर में श्री रामायण से जड़े तीर्थस्थल रामतीर्थ के अलावा गो¨बदगढ़ फोर्ट, हेरिटेज स्ट्रीट, आर्ट गैलरी, नाटशाला को प्रमोट किया जाएगा। ताकि यहां आने वाले सैलानी यहां कम से कम तीन या इससे अधिक दिनों तक स्टे कर सकें। इससे अमृतसर की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और लोगों के लिए रोजगार के नए मौके पैदा होंगे। क्योंकि वे टूरिज्म विभाग में भी रह चुके हैं तो शहर के अन्य दार्शनिक स्थलों के बारे में उनके पास मुकम्मल जानकारी है। उन्हें उम्मीद है कि इससे शहरवासियों को बहुत फायदा होगा।