गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी में स्थापित होगी उपन्यासकार नानक सिंह गैलरी
। गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) की भाई गुरदास लाइब्रेरी में पंजाबी के प्रसिद्ध उपन्यासकार नानक सिंह की याद में विशेष गैलरी स्थापित की जाएगी।
संवाद सहयोगी, अमृतसर
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) की भाई गुरदास लाइब्रेरी में पंजाबी के प्रसिद्ध उपन्यासकार नानक सिंह की याद में विशेष गैलरी स्थापित की जाएगी। यहां उनके जीवन से संबंधित अलग-अलग वस्तुएं प्रदर्शित की जाएंगी। वहीं उनकी लेखन सामग्री से संबंधित आडियो व विजुअल सामग्री भी उपलब्ध होगी।
यह गैलरी स्थापित करने के लिए जीएनडीयू और उपन्यासकार नानक सिंह मेमोरियल ट्रस्ट के बीच सोमवार को करार किया गया। उपन्यासकार नानक सिंह गैलरी स्थापित करने के अलावा हर साल नानक सिंह यादगारी भाषण करवाए जाएंगे। वहीं, वार्षिक नानक सिंह उपन्यासकार अवार्ड भी शुरू किया गया है।
जीएनडीयू के उच्चाधिकारियों व उपन्यासकार नानक सिंह के परिवार के सदस्यों की हाजिरी में हुए विशेष समारोह के दौरान वाइस चांलसर प्रो. जसपाल सिंह संधू व उपन्यासकार नानक सिंह के बेटे कुलवंत सिंह सूरी ने इस करार पर हस्ताक्षर किए।
इस मौके पर नानक सिंह के बेटे कुलबीर सिंह सूरी, पौत्र नवदीप सिंह सूरी, प्रो. सरबजोत सिंह बहल, रजिस्ट्रार प्रो. करणजीत सिंह काहलों , इंडस्ट्री लिकेज के डायरेक्टर प्रो. प्रीत मोहिदर सिंह बेदी, प्रो. अमित कोट्स के अलावा डा. इंदु सिंह, प्रो. गुरिदर सिंह सूरी, मनी सूरी मौजूद थे।
नवदीप सिंह सूरी ने इस समझौते पर खुशी प्रकट की तथा वीसी प्रो. जसपाल सिंह संधू का आभार जताया। लेखन सामग्री का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद करवाएंगे : वीसी संधू
जीएनडीयू के वीसी प्रो. जसपाल सिंह संधू ने कहा कि इस करार के अलावा नावलकार नानक सिंह की महान लेखन सामग्री का जीएनडीयू द्वारा अलग-अलग भाषाओं में अनुवाद करवाया जाएगा। इस गैलरी का पंजाब हितैषी नहीं बल्कि आने वाली पीढि़यों व शोधार्थियों को भी लाभ पहुंचाने के लिए जो संभव हुआ, यूनिवर्सिटी वह करेगी। इस गैलरी का डिजाइन आधुनिक जरूरत को ध्यान में रख कर तैयार करवाया जा रहा है ताकि यहां आने वाले साहित्य प्रेमियों को कम समय में अधिक जानकारी मिल सके।
यह-यह होगा गैलरी में
वीसी प्रो. संधू ने बताया कि उपन्यासकार नानक सिंह के जीवन, रचना व विश्लेषण से जुड़े कार्य को एकत्रित किया जाएगा। गैलरी में आडियो- वीडियो सामग्री, फोटो, हस्त लिखित खोज प्रपत्र, नानक सिंह द्वारा रचित पुस्तकें, कुछ खास किताबों के एडिशन, पुरस्कार व नानक सिंह द्वारा उनके जीवन काल के दौरान प्रयोग किया निजी सामान भी शामिल होगा जो नानक सिंह के परिवार की ओर से यूनिवर्सिटी को दिया जाएगा। जीएनडीयू नावलकार नानक सिंह गैलरी स्थापित करने के लिए भाई गुरदास लाइब्रेरी में एक बढि़या जगह प्रदान करेगी।