प्रकाश पर्व पर संगत ने हरिमंदिर साहिब में टेका माथा
।सिख धर्म के संस्थापक व पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेका।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
सिख धर्म के संस्थापक व पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेका। संगत ने हरिमंदिर साहिब के पवित्र सरोवर में स्नान किया और इलाही गुरबाणी का श्रवण किया। श्रद्धालुओं ने परिवार की सुख शांति के लिए अरदास की।
प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में श्री हरिमंदिर साहिब को रंग बिरंगी लाइटों के साथ सजाया गया है। सोमवार को सारा दिन श्री हरिमंदिर साहिब के गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हाल में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए । ढाडी व कविशर जत्थों ने गुरु नानक देव जी के जन्म व जीवन साखियों के साथ जोड़ कर संगत को गुरु साहिब की शिक्षाओं को अपने जीवन का हिस्सा बनाने को प्रेरित किया। उन्होंने गुरु साहिब की जीवन फलसफे को आज के दौर में भी मानवता के लिए सहायक फलसफा बताया। प्रकाश पर्व पर श्री हरिमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब और गुरुद्वारा श्री अटल राय साहिब में सुंदर आलौकिक जलौ सजाए गए। संगत के लिए श्री हरिमंदिर साहिब में यह आकर्षण का केंद्र रहा।
श्री हरिमंदिर साहिब के ग्रंथी ज्ञानी गुरमिदर सिंह संगत को गुरु साहिब की उपदेशों पर चलने का आह्वान किया। इस दौरान एसजीपीसी के भाई मंजीत सिंह , प्रताप सिंह, सकत्तर सिंह , गुरिदर सिंह मथरेवाल, गुरमीत सिंह बुट्टर, हरजिदर सिंह कौंरोवाल, सुखबीर सिंह, गुरदियाल सिंह , मंजीत सिंह, बघेल सिंह, लखबीर सिंह , इकबाल सिंह मुखी, जगतार सिंह आदि मौजूद थे। श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में स्थित अलग-अलग गुरुद्वारों में भी दीपमाला की गई। रात को आतिशबाजी भी की गई।