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हत्या के बाद शव के टुकड़े कर नहर में फेंकने वाला गामा गुज्जर गिरफ्तार

अमृतसर 19 मई को लाडी गुज्जर का अपहरण और हत्या कर शव के टुकड़े- टुकड़े कर नहर में फेंकने वाले गामा उर्फ गामी गुज्जर को ओकू (आर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट) की टीम ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 08:25 PM (IST)Updated: Wed, 12 Sep 2018 08:25 PM (IST)
हत्या के बाद शव के टुकड़े कर नहर में फेंकने वाला गामा गुज्जर गिरफ्तार
हत्या के बाद शव के टुकड़े कर नहर में फेंकने वाला गामा गुज्जर गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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19 मई को लाडी गुज्जर का अपहरण और हत्या कर शव के टुकड़े- टुकड़े कर नहर में फेंकने वाले गामा उर्फ गामी गुज्जर को ओकू (आर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट) की टीम ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में दो आरोपितों की गिरफ्तारी होनी अभी तक बाकी है। हालाकि अमृतसर देहाती पुलिस पांच आरोपितों को 1 जुलाई को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोप है कि मुख्य आरोपित गामा की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर पीड़ित परिवार डीजीपी सुरेश अरोड़ा के दरबार में 15 दिन पहले पेश हुआ था। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी ने लाडी हत्याकांड की दोबारा जांच करने के लिए ओकू के आइजी कुंवर विजय प्रताप ¨सह को आदेश दिया था। आइजी कुंवर विजय प्रताप की अगुवाई वाली टीम के एआइजी संदीप गोयल ने गामा को कुछ ही दिनों में गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया कि गामा के खिलाफ 15 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। बावजूद पुलिस उसे काबू नहीं कर पा रही थी।

देहाती पुलिस के कुछ अफसरों पर भी ओकू की नजर

गुज्जर लाडी हत्याकांड में जब मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई तो पीड़ित परिवार ने डीजीपी के दरबार में पहुंचकर इंसाफ नहीं मिलने की दुहाई दी। डीजीपी के आदेश पर ओकू ने जांच की तो पता चला कि लाडी लुधियाना में अपने घर में ही रह रहा था। लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया। पीड़ित परिवार का आरोप है कि कुछ अफसर जानबूझकर गामा को गिरफ्तार नहीं कर रहे थे। ओकू अब उन अफसरों का खाका खंगालने में जुटी है। आईजी कुंवर विजय प्रताप ¨सह ने बताया कि रिपोर्ट तैयार होने के बाद सारा रिकार्ड डीजीपी को भेजा जाएगा।

पुलिस ने किया था स्टे का उल्लंघन : वकील

मामले की पैरवी कर रहे वकील रवि महाजन ने बताया कि 10 अगस्त को अदालत ने स्टे जारी किया था कि 100 से ज्यादा पशु मृतक की लाडी की पत्नी अपने पास ही रखेगी। लेकिन पुलिस ने स्टे मान्यता को दरकिनार करते हुए पशु आरोपित पक्ष के हवाले कर दिए थे। गौर रहे जब पुलिस ने छह आरोपितों को गिरफ्तार किया था तो उनके पशु लाडी के परिवार को दे दिए थे। लेकिन पशु ले जाते समय पुलिस लाडी के पशु भी ले गई थी। वकील ने बताया कि अब वह स्टे के उल्लंघन के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर करने वाले हैं।

यह है मामला

लुधियाना के कुख्यात अपराधी गामा के बेटे सद्दाम हुसैन की शादी खजियाला गांव की रानी के साथ हुई थी। सद्दाम मरने वाले लाडी का दोस्त था। पुलिस ने किसी केस में सद्दाम को काबू कर फताहपुर जेल भेज दिया था। इस बीच सद्दाम की पत्नी रानी और लाडी में प्रेम प्रसंग शुरू हो गए। रानी सद्दाम के साथ रहना नहीं चाहती थी। उसने पति का घर छोड़ दिया था। गामा ने लाडी पर बहू के अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया था। जिसे बाद में पुलिस ने खारिज भी कर दिया था। इस बीच सद्दाम की जेल में मौत हो गई। जिसका बदले लेने के लिए गामा ने अपने साथियों के साथ ने 19 मई को लाडी का अपहरण कर लिया। इसके बाद उसने लाडी की हत्या की और फिर शव के टुकड़े करके नहर में फेंक दिया था। अमृतसर देहाती पुलिस ने 1 जुलाई को छापेमारी कर शरीफ मोहम्मद, याकूब खान, जहूरा, जनैक अली, याकूब अली और बग्गा हुसैन को गिरफ्तार कर लिया था।


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