Move to Jagran APP

गोदामों से बिना तोल के ही निकल रहे सरकारी गेहूं से भरे ट्रक, अधिकारी मौन

फूड सप्लाई विभाग पिछले कुछ महीनों से सुर्खियों में चला आ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Sep 2021 07:00 AM (IST)Updated: Sun, 05 Sep 2021 07:00 AM (IST)
गोदामों से बिना तोल के ही निकल रहे सरकारी गेहूं से भरे ट्रक, अधिकारी मौन
गोदामों से बिना तोल के ही निकल रहे सरकारी गेहूं से भरे ट्रक, अधिकारी मौन

जागरण संवाददाता, अमृतसर: फूड सप्लाई विभाग पिछले कुछ महीनों से सुर्खियों में चला आ रहा है। अब ताजा मामला सामने आया है, जिसमें विभाग के अधिकारी लोगों को भेजी जाने वाली गेहूं का तोल ही नहीं कर रहे हैं। गोदामों में सरकारी गेहूं ट्रकों में लोड कर बिना तोले उन्हें डिपुओं पर भेज रहे हैं।

loksabha election banner

आरटीआइ एक्टीविस्ट वरुण सरीन का कहना है कि उन्हें लोगों की शिकायतें मिल रही थीं कि डिपुओं पर उन्हें सरकारी गेहूं कम दिया जा रहा है और इसका आरोप डिपो होल्डरों पर लगता है, लेकिन ऐसा नहीं है। यह सब विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है। असल में 30 किलो की बोरियों में ही कम गेहूं आता है। प्रत्येक बोरी में दो से तीन किलो गेहूं कम रहता है, जोकि गोदामों में ही निकाल लिया जाता है और इंस्पेक्टर उसका बिना तोल के ही उन्हें डिपो होल्डरों को सौंप देते है।

उन्होंने कहा कि वह शनिवार को रामतीर्थ रोड स्थित सुखमनी गोदाम के बाहर पहुंचे तो वहां से ट्रक नंबर पीबी-02-बीएल-9777 को रोका तो उसे कंडे की पर्ची दिखाने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं दिखा सका। फिर उन्होंने ट्रक नंबर पीबी-02-बीवी-8617 को रोका और उसे भी कंडे की पर्ची बारे पूछा गया, लेकिन उसके पास कंडे की पर्ची नहीं थी पर गेट पास था, जिस पर बिना तोल के ही इंस्पेक्टरों ने गेट पास पर लिख दिया कि 255 क्विंटल गेहूं है। उन्होंने मौैके पर ही जब इंस्पेक्टर प्रीत कंवल से बात की तो उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी उनकी नहीं बल्कि डिपो होल्डर की है और डिपो होल्डर को इस बारे कह दिया गया था। फिर डिपो होल्डर हरजिदर सिंह से इस बारे पूछा तो उनका कहना था कि उन्हें कुछ भी नहीं कहा गया और ट्रक को मीरांकोट के लिए रवाना कर दिया गया। वरुण ने कहा कि विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के साथ ही करोड़ों रुपये का घोटाला हो रहा है।

फूड सप्लाई विभाग की तरफ से जब लोगों को आटा दाल स्कीम के तहत सरकारी गेहूं बांटी जाती है तो गोदामों से ट्रकों में निकलने वाली गेहूं का पहले कंडे पर तोल किया जाता है, उसके बाद ही गेट पास के साथ उसे बाहर निकाला जाता है। यह गोदाम भी एएफएसओ मोहनजीत सिंह के अधीन आते हैं। उसके साथ इस इलाके में इंस्पेक्टर प्रीत कंवल और इंस्पेक्टर डा. गगनप्रीत सिंह तैनात हैं। बिना कंडे के ट्रक नहीं निकल सकता : डायरेक्टर

इस संबंधी फूड सप्लाई विभाग के डायरेक्टर अभिनव त्रिखा से बात की गई तो उनका कहना था कि बिना कंडे के गोदाम से एक भी ट्रक बाहर नहीं निकल सकता। ऐसा क्यो किया गया है, इसकी जांच करवाई जाएगी और जो भी इसमें शामिल पाया गया, उसके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.