सरकार ने नहीं खोले स्किल सेंटर, लेबर की कमी से जूझने लगी इंडस्ट्री
। अधिकांश श्रमिकों के अपने गृह राज्यों को लौट जाने से मौजूदा समय में स्किल्ड और अनस्किल्ड लेबर की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
कर्फ्यू खत्म होने के बाद से ही औद्योगिक यूनिटों ने काम शुरू हो चुका है। लेकिन अधिकांश श्रमिकों के अपने गृह राज्यों को लौट जाने से मौजूदा समय में स्किल्ड और अनस्किल्ड लेबर की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। स्थानीय स्तर पर स्किल्ड लेबर मिलना मुश्किल हो रहा है। इससे उद्योग के लिए संकट खड़ा हो गया है। वहीं स्किल सेंटरों को शुरू करने को लेकर सरकार द्वारा अभी तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई हैं, जिसके चलते स्किल्ड सेंटरों पर ताले लगे हैं।
फोकल प्वाइंट इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के चेयरमैन कमल डालमिया ने कहा कि जिले का उद्योग अब तक के सबसे बुरे दौर में चल रहा है। औद्योगिक यूनिटों ने काम तो शुरू कर दिया है, लेकिन पूरी उत्पादन क्षमता का उपयोग नहीं हो पा रहा है। अभी स्किल्ड लेबर की कमी महसूस नहीं हो रही। अगर तीन-चार महीने ऐसे ही हालात रहे तो औद्योगिक इकाईयों के लिए मुश्किल हो जाएगा।
पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के प्रधान प्यारे लाल सेठ ने कहा कि बाहरी राज्यों की स्किल्ड लेबर जुलाई तक लौट आएगी। क्योंकि वहां ऐसे यूनिट नहीं हैं जहां उनकी क्षमता और कौशलता के मुताबिक काम मिल सके। मौजूदा समय में इंडस्ट्रीज जरूरत के मुताबिक ही उत्पादन कर रही है। केंद्र और राज्य सरकार को उद्योगों के लिए राहत पैकेज जारी करने चाहिए ताकि इस मुश्किल घड़ी से उभरा जा सके। जिले के 18 स्किल सेंटर इस समय बंद हैं: गुरभेज सिंह
पंजाब स्किल डवलपमेंट मिशन के जिला इंचार्ज गुरभेज सिंह ने कहा कि जिले के 18 स्किल सेंटर बंद हैं। मौजूदा उद्योगों की स्थिति को देखते हुए स्किल्ड लेबर का डाटा तैयार किया जा रहा है, ताकि उनमें नए कोर्स शुरू किए जा सकें। इससे युवाओं को लोकल उद्योगों में काम मिलेगा और उद्योगपतियों को भविष्य में स्किल्ड लेबर शिफ्ट होने का खतरा नहीं होगा।
20 फीसद स्किल्ड लेबर की कमी महसूस हो रही होगी
जिले में 20 हजार 200 औद्योगिक यूनिट हैं, जिनमें से ज्यादातर में काम शुरू हो चुका है। यूनिटों में 20 फीसद स्किल्ड लेबर की कमी उद्योगपतियों को महसूस हो रही होगी। पंजाब सरकार के स्किल डवलपमेंट सेंटर भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए स्किल्ड लेबर तैयार कर सकेंगे।
-बलविदर सिंह वालिया, जनरल मैनेजर, डिस्ट्रिक इंडस्ट्रीज सेंटर, अमृतसर।