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अमृतसर के विधायक के करीबी बदमाश ने की थी ज्वेलर से लूट

अमृतसर के रहने वाले सराफा कारोबारी सुरेंद्र सिंह से 45 लाख की लूट करने वाले बदमाशों को पुलिस ने सोमवार सुबह हार्बर्ट बांध के पास मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Mar 2021 02:30 AM (IST)Updated: Tue, 16 Mar 2021 02:30 AM (IST)
अमृतसर के विधायक के करीबी बदमाश ने की थी ज्वेलर से लूट

जागरण टीम, गोरखपुर, अमृतसर : अमृतसर के रहने वाले सराफा कारोबारी सुरेंद्र सिंह से 45 लाख की लूट करने वाले बदमाशों को पुलिस ने सोमवार सुबह हार्बर्ट बांध के पास मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। इनसे 500 ग्राम सोना, लूटे गहने बेचकर खरीदी कार, 1.20 लाख नकद, घटना में इस्तेमाल लाइसेंसी पिस्टल, .32 बोर की अवैध पिस्टल, छह कारतूस और स्कूटी बरामद की है। इस घटना को अमृतसर के एक विधायक के करीबी बदमाश ने पंजाब पुलिस के वांछित अपराधी व संतकबीरनगर जिले के रहने वाले टाइल्स मजदूर के साथ मिलकर अंजाम दिया था।

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एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि अमृतसर के सुल्तान सिंह रोड स्थित मंदिर वाला बाजार की गली नंबर चार निवासी सुरेंद्र 10 साल से गोरखपुर व आसपास के जिलों में गहने बेचते हैं। दो मार्च 2021 की रात उनसे बदमाशों ने 1.4 किलो स्वर्ण आभूषण से भरा बैग लूट लिया था। इसकी कीमत लगभग 45 लाख थी। सीसी कैमरे की फुटेज से पता चला कि अमृतसर में न्यू अंतरयामी कालोनी के रहने वाले संतोख सिंह उर्फ हीरा व पंजाब पुलिस का वांछित गुरदासपुर जेल रोड पुरलिया के राम कालोनी निवासी प्रदीप कुमार व संत कबीर नगर, धनघटा के खाजो निवासी टाइल्स मजदूर राजू शर्मा उर्फ राजकुमार ने वारदात को अंजाम दिया है। विधायक का करीबी संतोख अपनी कालोनी का प्रधान और सराफा कारोबारी भी है। वह एक माह से लूट की साजिश रच रहा था। इसे अंजाम देने के लिए 26 फरवरी को अपने साथी प्रदीप को गुरदासपुर से गोरखपुर बुला उसे होटल में ठहराया और खुद सराफा भवन में रुका। वारदात को अंजाम देने के बाद अमृतसर निकल गया। संतोख ने लाइसेंसी पिस्टल दिखाकर बैग छीना था। एसएसपी ने कहा कि इनके खिलाफ गैंगस्टर व एनएसए की कार्रवाई होगी। बदमाशों को पकड़ने वाली पुलिस टीम को अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने एक लाख रुपये इनाम दिया है। पर्दाफाश से संतुष्ट, पुलिस बरामद करे पूरे गहने

प्रेस वार्ता के बाद एसएसपी ने सराफ सुरेंद्र सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट हूं, लेकिन पूरे गहने बरामद करवाएं। अभी आधा ही मिला है। प्रदीप पर आत्महत्या के लिए उकसाने का भी केस

अपराधी प्रदीप पर तीन केस दर्ज हैं। इसमें रुपये के लिए बहन और बहनोई को आत्महत्या के लिए उकसाने का केस भी शामिल है। 2011 में वह जेल गया था। गुरदासपुर पुलिस भी उससे पूछताछ करने गोरखपुर जाएगी।


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