जीवन में आया बदलाव, आनलाइन कामकाज को देने लगे प्राथमिकता: गौरव गुप्ता
कभी किसी ने सोचा नहीं था कि लोग अपने घरों में कैद हो जाएंगे। किसी के साथ खाना-पीना तो दूर बल्कि एक-दूसरे के साथ पास खड़ा होने से भी परहेज करने लगेंगे। मगर यह सब कुछ कोविड-19 के कारण हुआ।
जासं, अमृतसर : कभी किसी ने सोचा नहीं था कि लोग अपने घरों में कैद हो जाएंगे। किसी के साथ खाना-पीना तो दूर, बल्कि एक-दूसरे के साथ पास खड़ा होने से भी परहेज करने लगेंगे। मगर यह सब कुछ कोविड-19 के कारण हुआ। फेडरेशन आफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन के नार्थ जोन हेड गौरव गुप्ता ने कहा कि कोरोना वायरस ने पैर पसारे तो हर किसी के मन में डर पैदा हो गया। साथ ही अपनी नौकरी और समाज के प्रति जो जिम्मेदारियां थी, दायरे में रहकर सारे फर्ज भी पूरे करने थे। ऐसे में जहां खुद को घर में बंद रखा था, वहीं अन्य कामों को भी जिम्मेदारी के साथ निभाने का प्रयास जारी था। इसे एक चैलेंज की तरह स्वीकार कर पूरा किया गया।
काम उद्योग और सरकार के बीच तालमेल को बनाए रखना है।
गौरव ने बताया कि उनका काम उद्योग और सरकार के बीच तालमेल को बनाए रखना है। इंडस्ट्री से जुड़ी समस्याओं को हल करवाने के लिए सरकार के समक्ष रखा जाता है। मगर कोविड के दौरान सब कुछ बंद था। ऐसे में उन पर जिम्मेदारी और भी बढ़ गई कि इंडस्ट्री को दोबारा पटरी पर लाने का काम किया जाए। उद्योगपतियों के साथ आनलाइन चर्चा की। सरकारी अधिकारियों के साथ तालमेल बनाया। अब धीरे-धीरे सबकुछ नार्मल सा लगना शुरू हो गया। अब यह सारी मीटिग आनलाइन ही करवानी शुरू कर दी है। शुरुआती समय में थोड़ी मुशिकलें आई थीं। हालांकि अब फिर से कोरोना के मामले बढ़ने पर चिंता होने लगी है। पर वह पहले से अधिक तैयार हैं।