परिवार को बंधक बनाकर लूटने वाले चार गिरफ्तार
भारत-पाक बॉर्डर से सटे अटारी क्षेत्र में गत सोमवार को एक घर में घुसकर परिवार को बंधक बनाकर लूटने वाले गिरोह के चार सदस्यों को घरिडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : भारत-पाक बॉर्डर से सटे अटारी क्षेत्र में गत सोमवार को एक घर में घुसकर परिवार को बंधक बनाकर लूटने वाले गिरोह के चार सदस्यों को घरिडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से दो कारें, राइफल, पिस्तौल, सोने के गहने, चार मोबाइल और दो डोंगल बरामद किए हैं। आरोपितों की पहचान मीरां कोट निवासी शमशेर सिंह उर्फ शेरा, रूबलजीत सिंह उर्फ रूबल, बटाला के मुरादपुर निवासी मनमोहित सिंह उर्फ मनराज उर्फ मान और कपूरथला के निजामपुरा निवासी सुखजिदर सिंह उर्फ सुखा के रूप में हुई है।
एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि मजीठा थाने की पुलिस ने 29 मई 2020 को डकैती के आरोप में रूबलजीत सिंह, शमशेर सिंह, बिक्रमजीत सिंह और मनमोहित सिंह के खिलाफ एक केस भी दर्ज किया था। तरनतारन की सदर पुलिस ने उक्त चारों आरोपितों के खिलाफ 15 मार्च को चोरी का मामला दर्ज किया था। इसी तरह बटाला के सदर थाने में 18 दिसंबर 2019 को डकैती का मामला दर्ज किया गया था। 19 मई 2017 शेरा ने अपने साथियों के साथ मिलकर डॉ. मनीष का अपहरण किया और 7.50 लाख रुपये फिरौती लेकर उसे छोड़ दिया था। इस मामले में लाडा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। एसएसपी का दावा, सीसीटीवी में नहीं दिखा कोई वर्दीधारी
अटारी में घर में घुसकर परिवार को बंधक बनाकर लूट के मामले में पीड़ित ने बताया था कि लूट करने वाले पुलिस और वालंटियर्स की वर्दी में आए थे, लेकिन एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने बताया कि घटनास्थल और सीसीटीवी फुटेज में कोई भी लुटेरा ना तो खाकी वर्दी में दिखाई दिया और ना ही कोई वालंटियर्स की वर्दी में था। ये है मामला..
सोमवार की सुबह अटारी में कोल्ड ड्रिक्स की एजेंसी चलाने वाले कुलवंत सिंह के घर में घुसकर आरोपितों ने डकैती की थी। पीड़ित ने बताया था कि पहले उसके घर में दो पुलिस वर्दी में युवक पहुंचे थे और स्कार्पियों की एक्सिडेंट का झांसा देकर कार के दस्तावेज चेक करने घर में घुस आए। फिर कुछ देर बाद दो वालंटियर्स भी उनके घर में घुस आए थे। इस दौरान आरोपितों ने पिस्तौलों के बल पर परिवार को बंधक बना लिया और पैसों की मांग करने लगे थे। परिवार ने विरोध किया तो वह कुलवंत सिंह के दो साल के पौते का अपहरण करने लगे थे। इसके बाद खौफ में आए परिवार ने 7.5 लाख के गहने और 7.5 लाख की नकदी आरोपितों को दे दी थी।