अमृतसर में 80 झुग्गियां जलकर राख, बच्चे लापता होने से परेशान रहे घरवाले
शहर के चमरंग के पास स्थित झुग्गियों में वीरवार को भीषण आग लग गई। इसके कारण आसपास के इलाकों में भी अफरा तफरी मच गई।
जेएनएन, अमृतसर। चमरंग रोड पर स्थित 80 से ज्यादा झुग्गियों में वीरवार दोपहर पौने तीन बजे अचानक आग लग गई। लपटें और धुआं उठता देख महिलाओं और बच्चों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई। दमकल विभाग ने शाम 5.15 बजे आग पर काबू पा लिया। घटना के दौरान कुछ बच्चे नहीं मिलने से घरवाले परेशान हो गए। गनीमत रही कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। मौके पर एसडीएम विकास हीरा और एसीपी जसप्रीत सिंह ने पुलिस बल के साथ लोगों को घटनास्थल से दूर एक पार्क में पहुंचाया। फिलहाल आग लगने का कारण का अभी पता नहीं चल सका है। पीडि़त परिवारों ने सरकार से नुकसान की भरपाई करने की गुहार लगाई है।
मौके पर मौजूद लक्ष्मी देवी ने बताया कि वह दोपहर तीन बजे झुग्गी में पति मुनी लाल के लिए खाना बना रही थी। तीन बच्चे भी उसके साथ थे। अचानक झुग्गियों में आग लगने का शोर मचना शुरू हो गया। उसने बाहर निकल कर देखा तो उसके पास की कई झुग्गियों को आग की लपटों ने घेर रखा था। आग तेजी से उसकी झुग्गी की तरफ बढ़ रही थी। उसने अपने दो बच्चों को गोद में उठाया और बड़े बेटे के साथ बाहर सड़क पर दौड़ पड़ी। इसके बाद उसने शोर मचाते हुए वहां मौजूद अन्य परिवारों को भी आग लगने की जानकारी दी। देखते ही देखते भगदड़ मच गई। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचित किया।
देखते ही देखते दमकल विभाग की दर्जनभर गाडिय़ां घटना स्थल पर पहुंच गई। पुलिस मुलाजिमों ने घटनास्थल को चारों तरफ से घेर लिया था। जिन लोगों का सामान जल रही झुग्गियों में पड़ा था वह बार-बार अंदर जाने का प्रयास कर रहे थे। एहतियात बरतते हुए पुलिस ने झुग्गियों की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर भारी बल तैनात कर दिया। दमकल विभाग के मुताबिक, फायर ब्रिगेड ढाब वस्ती राम सेवा सोसायटी और निगम की 50 से ज्यादा गाडिय़ों को तीन घंटे के भीतर घटना स्थल की तरफ रवाना किया गया। उधर, झुग्गीवालों ने सड़क पर धरना भी लगाया और आरोप लगाया कि यह जगह खाली करवाने के लिए शरारत के तहत उनकी झुग्गियों को आग लगाई गई है।
पार्षद ने बचाई 15 बच्चों की जान
घटना के वक्त क्षेत्र के पार्षद शैलेंद्र सिंह वहीं से गुजर रहे थे। धुआं उठते देख वह गाड़ी छोड़कर घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े। उन्होंने देखा कि कुछ बच्चों को धुएं और आग की लपटों के बीच बाहर जाने का रास्ता नहीं मिल रहा है। उन्होंने लगभग 15 बच्चों को वहां से सुरक्षित निकाला।
सुरक्षित मिले बच्चे तो आई जान में जान
मौके पर मौजूद मीनू देवी के दो बच्चे और मंजू देवी के तीन बच्चे नहीं मिल रहे थे। पुलिस कर्मी उक्त परिवारों को घटनास्थल तक नहीं पहुंचने दे रहे थे। दोनों महिलाओं और उनके परिवारों को जब बच्चे काफी देर तक नहीं मिले तो उनका रो-रो कर बुरा हाल हो चुका था। साढ़े चार बजे उनके बच्चे सुरक्षित मिल गए।
आग लगने के यह हो सकते हैं कारण
पुलिस ने बताया कि फिलहाल आग लगने के कारण का पता नहीं लग सका है। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने जानबूझ कर झुग्गियों को आग लगाई है। लोगों ने बताया कि किसी ने जलती सिगरेट झुग्गियों में फेंक दी। इधर, पुलिस प्रशासन का कहना है कि झुग्गियों में प्लास्टिक के लिफाफे भी अक्सर पड़े रहते हैं जो जल्द आग पकड़ लेते हैं।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें