बिक्रम मजीठिया बोले, मुझे अगर जमानत नहीं मिली तो मेरे वर्कर संभालेंगे चुनाव में कमान
शिरोमणि अकाली दल बादल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने शुक्रवार को मजीठा एसडीएम कार्यालय में नामांकन पत्र मजीठा विधानसभा क्षेत्र के लिए दाखिल किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: शिरोमणि अकाली दल बादल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने शुक्रवार को मजीठा एसडीएम कार्यालय में नामांकन पत्र मजीठा विधानसभा क्षेत्र के लिए दाखिल किया। इसके बाद मीडिया को संबोधित करते हुए मजीठिया ने कहा कि सत्ताधारी कांग्रेस उसे चुनाव प्रक्रिया से दूर रखना चाहती है। इसीलिए उसके खिलाफ साजिश के तहत एफआइआर दर्ज की गई। उस पर दायर मामले में एक धारा 35 भी शामिल की है, जिसमें कहीं से भी जमानत का प्रावधान नहीं है। बावजूद इसके वाहेगुरु के आशीर्वाद से अदालत ने उसकी सुनवाई करते हुए 31 जनवरी तक नामांकन पत्र दाखिल करवाने व सुप्रीम कोर्ट में जाने के लिए समय दिया गया है।
बिक्रम मजीठिया ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू को एमपी और उसकी पत्नी को विधायक जिताने के लिए शिरोमणि अकाली दल ने दिन रात एक कर दिया था। हमेशा ही सिद्धू मजीठा एरिया से बढ़े मतदान अंतर से जीत कर जाते रहे, परंतु एक साजिश के तहत वह मुझे झूठे केसों में फंसा रहे हैं। बिक्रम ने कहा कि उसके घर में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की छापामारी भी मुझे डराने और मेरे परिवार के ऊपर दहशत डालने के लिए की गई है इसकी शिकायत पंजाब के चुनाव कमीशन को कर दी गई है। बिक्रम ने कहा कि कांग्रेसी नेताओं की ओर से यह स्पष्ट किया जाए कि मेरे घर में छापामारी सिद्धू, चन्नी या सुखजिदर रंधावा में से किस के आदेश पर हुई है। मेरे घर में करवाई गई छापामारी हाई कोर्ट के आदेश का उल्लंघन है। बिक्रम ने कहा कि अगर उन्हें जमानत मिल जाती है तो वह नवजोत सिंह सिद्धू को चुनाव में पूरी टक्कर देंगे अगर जमानत नहीं मिलती है तो मेरे चुनाव की कमान मजीठा विधानसभा और अमृतसर पूर्वी विधानसभा के मेरे वर्कर संभालेंगे। लाली मजीठिया और जगविदर जग्गा के संबंध में बिक्रम ने कहा कि दोनों भाई अब एक दूसरे के विरूद्ध मैदान में है। इकट्ठे किए जाते पैसों के बांट को लेकर भी यह दोनों एक दूसरे के विरोधी रहते थें