किसानों ने बंद कराए टोल प्लाजा, जगह-जगह लगाए धरने
कृषि सुधार कानून रद करवाने के लिए किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के कार्यकर्ताओं ने गांव देवीदासपुरा में रेलवे ट्रैक पर दिया जा रहा धरना 16वें दिन भी जारी रखा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर, जंडियाला गुरु : कृषि सुधार कानून रद करवाने के लिए किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के कार्यकर्ताओं ने गांव देवीदासपुरा में रेलवे ट्रैक पर दिया जा रहा धरना 16वें दिन भी जारी रखा। वहीं जंडियाला गुरु में टोल प्लाजा बंद कर बिना पर्ची वाहन निकलवाए। मानावाला में भी मॉल के बाहर और राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक के घर के बाहर भी नारेबाजी की।
किसान मजदूर संघर्ष ने शुक्रवार को 30 किसान संगठनों के सदस्यों के साथ जीटी रोड जंडियाला गुरु स्थित टोल प्लाजा को बंद करवा दिया। रोष प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सभी वाहनों को बिना टोल पर्ची कटवाए निकलवाया। किसान नेता हरजीत सिंह झीता ने कहा कि अगली रणनीति तक टोल प्लाजा इसी तरह बंद रहेगा। सभी वाहन बिना पर्ची के निकलेंगे। यहां दविदर सिंह, काबल सिंह, परगट सिंह, हरजीत सिंह जौहल, सुखबीर सिंह, अंग्रेज सिंह, गुरचरण सिंह, हरदयाल सिंह, सतनाम सिंह, सुखदेव सिंह, लखबीर सिंह, कंवलजीत सिंह, दिलबाग सिंह आदि किसान मौजूद थे।
उधर, देवीदासपुरा में किसान नेताओं सरवण सिंह, गुरबचन सिंह चब्बा और सुखविदर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के आदेश के बावजूद किसानों पर मामले दर्ज हो रहे हैं। सरकार की ओर से पराली संभालने वाले किसानों को 2500 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा अह तक नहीं मिला। सरकार किसान आंदोलन में फूट डालने की कोशिश कर रही है।
वहीं खलचियां में किसान संघर्ष तालमेल कमेटी के आह्वान पर जारी रेल रोको आंदोलन के तहत हरियाणा की भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। गांव बुटारी में अमृतसर-दिल्ली मुख्य मार्ग जाम कर किसानों ने प्रदर्शन किया। यहां जम्हूरी किसान सभा के नेता गुरमेज सिंह तिम्मोवाल, सुखदेव सिंह तुड़, रविदंर सिंह, तारा सिंह, कुलवंत सिंह भलाईपुर मौजूद थे।
इसके अलावा राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक के घर के बाहर धरने पर बैठे किसानों ने आज सर्किट हाउस चौक में धरना देकर दो घंटे यातायात रोका। इसके बाद अमृतसर-अजनाला रोड पर चक्का जाम किया। भूपिदर सिंह तख्तोमल, जतिदर सिंह छीना, बचित्तर सिंह आदि ने कहा किया कानून जल्द से जल्द रद किए जाएं।