देवीदासपुरा में किसानों ने अर्द्धनग्न हो दिया धरना
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब का कृषि विधेयकों के विरोध में जारी रेल रोको आंदोलन शनिवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब का कृषि विधेयकों के विरोध में जारी रेल रोको आंदोलन शनिवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर गया। गांव देवीदासपुरा में रैल ट्रैक पर किसानों ने अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। साथ ही घोषणा की कि अब ट्रैक पर धरना 29 सितंबर तक जारी रहेगा। 27 सितंबर को उनके परिवारों की महिलाएं विशाल रैली निकालेंगी।
शनिवार को गांव देवीदासपुरा में रेल ट्रैक पर अर्द्धनग्न होकर बैठे किसानों को संबोधित करते हुए संगठन के महासचिव सर्वण सिंह पंधेर, सुखविदर सिंह सभरा और गुरबचन सिंह चब्बा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बयान दे रहें हैं कि विपक्ष ने किसानों और मजदूरों को गुमराह किया है। किसान प्रधानमंत्री के इस ब्यान के साथ बिल्कुल सहमत नहीं हैं। हमें लगता है कि प्रधानमंत्री किसानों व मजदूरों की आवाज सुनने की जगह विश्व व्यापार संस्था और कार्पोरेट दबाव के नीचे देश के किसानों के विरुद्ध फैसले कर रहें हैं। किसान नेताओं ने कहा कि अनुराग ठाकुर कह रहे हैं कि 8.5 प्रतिशत टैक्स सरकारी मंडी में किसानों को लगता है। यह टैक्स किसानों को नही व्यापारियों को लगता है, जो मोदी सरकार ने माफ किया है।
यहां किसान नेता लखविदर सिंह वरियाम, सतनाम सिंह मनोचाहल, जर्मनजीत सिंह बंडाला, जवाहर सिंह टांडा, रणजीत सिंह कलेरबाला, इकबाल सिंह वड़िग, अमरदीप सिंह गोपी, लखविदर सिंह डाला, गुरजीत सिंह गंडीविड, नरिजन सिंह, कुलवंत सिंह भैल, नरिजन सिंह बरगाड़ी, बचित्तर सिंह भी मौजूद थे।
शिअद की रैली में नहीं लगे मोदी विरोधी नारे
किसानों ने कहा कि अकाली दल के धरने में मोदी सरकारी के खिलाफ कोई भी नारेबाजी नही की गई। अकाली दल बादल आज भी भाजपा के गठजोड़ का हिस्सा हैं। उन्होंने पूरे देश वासियों को अपील की कि वे देशव्यापी रेल रोको आंदोलन चलाएं। कांग्रेस पार्टी पंजाब के साथ-साथ राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्यों में कृषि विधेयक के खिलाफ प्रस्ताव पास करे।