सीकेडी के काम संविधान अनुसार लागू करवाए अकाल तख्त : अवतार
संगठन विरोधी गतिविधियों में हिस्सा लेने के कारण चीफ खालसा दीवान (सीकेडी) की कार्यकारिणी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित अवतार सिंह ने आरोप लगाया है कि दीवान के अंदर कोई भी काम संविधान के अनुसार नहीं हो रहा है। मौजूदा नेतृत्व दीवान के संविधान को नजरअंदाज करके नए सदस्यों की भर्ती कर रहा है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : संगठन विरोधी गतिविधियों में हिस्सा लेने के कारण चीफ खालसा दीवान (सीकेडी) की कार्यकारिणी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित अवतार सिंह ने आरोप लगाया है कि दीवान के अंदर कोई भी काम संविधान के अनुसार नहीं हो रहा है। मौजूदा नेतृत्व दीवान के संविधान को नजरअंदाज करके नए सदस्यों की भर्ती कर रहा है। साथ ही श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का भी उल्लंघन किया जा रहा है। इन सभी मामलों को लेकर अवतार सिंह ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को पत्र लिखा है।
जत्थेदार को भेजे पत्र में कहा गया कि दीवान के पदाधिकारी जानबूझ कर संविधान के अनुसार रिकार्ड अकाल तख्त साहिब को नहीं भेज रहे हैं। अकाल तख्त साहिब के जारी आदेशों के बावजूद भी नए सदस्य भर्ती कर लिए गए है। यहां तक कि संस्थान के अंदर काम भी मर्यादा के अनुसार नहीं हो रहे हैं। मामले को लेकर अकाल तख्त साहिब की ओर से बनाई गई कमेटी को भी दीवान ने कोई सहयोग नहीं दिया है। एक अन्य सदस्य सतनाम सिंह को भी नियमों के खिलाफ संस्थान से निष्कासित कर दिया है।
संस्थान के खिलाफ गतिविधियां चलाने पर अवतार को किया गया निष्कासित : दीवान अध्यक्ष
मामले को लेकर दीवान के अध्यक्ष निर्मल सिंह ने कहा कि चीफ खालसा दीवान पूरी तरह संविधान के अनुसार काम कर रहा है। अकाल तख्त साहिब की ओर से मांगे गए रिकार्ड संबंधी सारी स्थिति जत्थेदार अकाल तख्त साहिब को निजी रूप में मिल कर स्पष्ट कर दी गई है। अवतार सिंह को संस्थान के खिलाफ गतिविधियों में हिस्सा लेने के कारण प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया गया है। अब वह बेबुनियाद और तथ्य रहत पत्र लिख कर दीवान में दोबारा सदस्यता लेने के लिए दबाव बना रहे हैं।