औजला के साथ सिद्धू कुनबा, जिला प्रधान ही मीटिग से गायब
अमृतसर लंबे इंतजार के बाद आखिर सिद्धू कुनबा कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह औजला के साथ चलने को तैयार हो गया।
जोनर: सियासी हलचल..
फ्लैग.. —कैबिनेट मंत्री सिद्धू की हरी झंडी के बाद कांग्रेस प्रत्याशी औजला के पक्ष में लामबंद हुए विधानसभा हलका पूर्वी के पार्षद व नेता।
क्रॉसर
सिद्धू की धर्मपत्नी व पूर्व सीपीएस डॉ. सिद्धू ने औजला को विश्वास दिलवाया कि पूरी टीम उनके साथ चलेगी। फोटो : 21 विपिन कुमार राणा, अमृतसर
लंबे इंतजार के बाद आखिर सिद्धू कुनबा कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह औजला के साथ चलने को तैयार हो गया। शनिवार को कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की हरी झंडी के बाद रविवार को उनकी धर्मपत्नी व पूर्व सीपीएस डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के नेतृत्व में बैठक हुई। इसमें विधानसभा हलका पूर्वी के पार्षदों व नेताओं ने औजला को विश्वास दिलवाया कि पूरी टीम उनके साथ चलेगी। बैठक में खास बात यह रही कि सिद्धू के हलके की पार्षद व जिला शहरी कांग्रेस कमेटी की प्रधान जतिदर सोनिया ही गायब रही।
डॉ. सिद्धू चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी की टिकट चाहती थी, पर कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें वहां से टिकट नहीं दी। यही वजह रही कि एक अप्रैल को गुरजीत सिंह औजला को कांग्रेस ने अमृतसर लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी तो घोषित कर दिया, पर कैबिनेट मंत्री सिद्धू के हलके से ही उन्हें समर्थन नहीं मिल रहा था। सिद्धू की हरी झंडी मिलने के बगैर कोई भी चलने को तैयार नहीं था। यही वजह रही कि 12 अप्रैल को आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की आमद के बाद औजला की राहें आसान हुई। 13 अप्रैल को औजला सिद्धू के होली सिटी स्थित निवास पर उनसे मिले और वहां सिद्धू ने उन्हें विश्वास दिलवाया कि उनकी पूरी टीम जीजान से उनके साथ चलेगी, क्योंकि उनका एकमात्र लक्ष्य राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना है। डॉ. सिद्धू के नेतृत्व में जुटी सारी टीम
रविवार को सिद्धू निवास पर डा. सिद्धू के नेतृत्व में विधानसभा हलका पूर्वी की पूरी टीम जुटी। कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह औजला के अलावा पूर्व प्रधान व पूर्व विधायक जुगल किशोर शर्मा के नेतृत्व में बैठक हुई। बैठक में डॉ. सिद्धू ने औजला को विश्वास दिलवाया कि हलके की हर वार्ड उन्हें जिताकर दी जाएगी और शहर की सबसे बड़ी लीड उन्हें पूर्वी हलके से दिलवाई जाएगी। अगर हम यह हलका 42 हजार से जीते है तो औजला को 52 हजार से जिताया जाएगा। उनकी टीम का हर सदस्य घर-घर तक कांग्रेस के लिए वोट के लिए दस्तक देगा। हम पूरा होमवर्क करके देंगे और आपके समय अनुसार बैठकों का शेड्यूल बना दिया जाएगा। बैठक में पार्षद शैलिदर सिंह शैली, जतिदर सिंह मोती भाटिया, राजेश मदान, दमन उप्पल, सौरभ मदान मिट्ठू, गिरीश शर्मा, जरनैल भुल्लर, नवदीप हुंदल, एडवोकेट संदीप शर्मा आदि हाजिर थे। सोनिया सिद्धू के हलके से पार्षद, फिर भी दूरिया
जिला कांग्रेस कमेटी की प्रधान जतिदर सोनिया सिद्धू के विधानसभा हलके पूर्वी से वार्ड नंबर 47 से पार्षद हैं, पर सिद्धू परिवार उन्हें प्रधान मानने को तैयार नहीं है। आज हुई बैठक में भी डॉ. सिद्धू ने साफ शब्दों में कहा कि हम पूर्व प्रधान जुगल किशोर शर्मा को ही प्रधान मानते हैं। खुद को कांग्रेस का सिपाही कहने वाले सिद्धू दंपती का जिला प्रधान को ही प्रधान न मानने पर उनकी टीम ने भी तालियां बजाकर स्वागत किया। दरअसल मामला यह है कि सिद्धू को बिना पूछे मेयर की घोषणा को लेकर सिद्धू और कांग्रेस हाईकमान के बीच हुए विवाद में सोनिया उनका साथ छोड़ गई थी। हाईकमान के इस फैसले के विरोध में जब सिद्धू के हलके के सभी पार्षद एक होटल में यह कहते हुए इकट्ठे हुए कि वह शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा
नहीं लेंगे तो सोनिया उनका साथ छोड़ समारोह में गई। तब से ही सिद्धू खेमे और सोनिया के बीच दूरियां बनी हुई हैं।