चार बार के विजेता रणीके का रथ 2017 में रुका, अब फिर मैदान में
विपिन कुमार राणा गुरदीप भट्टी अमृतसर विधानसभा हलका अटारी भी अकाली दल और कांग्रेस के
विपिन कुमार राणा, गुरदीप भट्टी अमृतसर
विधानसभा हलका अटारी भी अकाली दल और कांग्रेस के सियासी द्वंद्व का गवाह रहा है। यही वजह है कि 1967 से लेकर अब तक हुए विधानसभा चुनाव में पांच बार अकाली दल और चार बार कांग्रेस विजयी रही है। खासबात यह है कि अकाली दल की पांच बार की वजह से मुख्य भूमिका पूर्व कैबिनेट मंत्री गुलजार सिंह रणीके की रही है।
पांच बार में से चार बार हलके से वही विधायक चुने गए है। 2017 में लगातार चार बार जीतते आ रहे रणीके के जीत के रथ को कांग्रेस के तरेसम सिंह डीसी ने रोका और वह 10202 मतों से हार गए। शिरोमणि अकाली दल की टिकट पर रणीके इस बार फिर से मैदान में है।
वहीं दूसरी तरफ 2017 में पहली बार विधायक बने तरसेम सिंह डीसी को पार्टी टिकट के लिए अपनों से ही चुनौती मिल रही है। जिला परिषद की वाइस चेयरपर्सन नवनीत कौर ने जहां पार्टी टिकट के लिए आवेदन किया हुआ है, वही मार्केट कमेटी के जिला मैनेजर रहे अजयपाल सिंह रंधावा और जसविदर सिंह सोहिया मैदान में है। अब पार्टी टिकट किसे मिलती है, यह तो भविष्य की गर्भ में है, पर सभी नेता अपने आकाओं के जरिये हाईकमान पर दबाव बनाने में जुटे हुए है।
1997 के बाद कम्युनिटों का खिसक गया आधार
हलके की बात करे तो कम्युनिट पार्टी का अच्छा खासा वोटबैंक यहां रहा। यही वजह रही कि 1969,1977 व 1980 में सीपीएम के दर्शन सिंह विधायक चुने गए। 1997 में सीपीआई दूसरे नंबर पर रही, जबकि उसके बाद यह लगातार नीचे पायदान पर खिसकती रही। 2017 के विधानसभा चुनाव में सीपीआई को मात्र 1.97 फीसद वोट मिले। हलके में पांच बार अकाली दल 1985,1997,2002,2007,2012 विजयी रहा। कांग्रेस ने 1967,1972,1992,2017 में चार बार जीत दर्ज की। अब तक की सबसे बड़ी जीत 1997 अकाली दल ने 41178 मतों से दर्ज की, जबकि सबसे छोटी जीत 1992 में कांग्रेस ने 484 मतों से दर्ज की।
भाजपा में भी टिकट के लिए घमासान
भारतीय जनता पार्टी में भी आरक्षित हलके अटारी की पार्टी टिकट के लिए घमासान मचा हुआ है। भाजपा एसएसी मोर्चे के राष्ट्रीय सचिव व अटारी हलके के इंचार्ज संतोख सिंह गुमटाला, एससी मोर्चा अमृतसर देहाती के प्रधान कुलदीप सिंह भीलोवाल के अलावा अटल सेना पंजाब के प्रधान प्रदीप गब्बर पार्टी की टिकट के चाहवाना में से एक है।
विधानसभा हलका 20-अटारी रिजर्व
कुल मतदाता : 187414
पुरुष मतदाता : 100613
महिला मतदाता : 86801
थर्ड जेंडर : 4 अटारी..
—नशा तस्करी व नशा।
—लिक सड़कों का बुरा हाल।
—कूड़े की प्रापर लिफ्टिग न होने की समस्या
—गांवों में सीवरेज की समस्या।
—सरकार की सुविधा न पहुंच पाना। पब्लिक स्पीक..
गांव अटल गढ़ के सरपंच मुख्तार सिंह ने बातचीत करते हुए कहा कि गांव में निकासी प्रबंध न होने के कारण लोग परेशान है। बारिश होने के कारण पानी गलियों में खड़ा हो जाता था। अब पानी की निकासी के लिए पोरे डाल कर समस्या का हल किया जा रहा है। अटारी के विजय कुमार वर्मा ने कहा कि पीएचसी अटारी में डाक्टर की सुविधा नहीं है। जिस कारण लोगों को मुश्किलों का सामना करना पडता है। गरीब जनता प्राइवेट अस्पतालों में महंगे भाव का इलाज नहीं करवा सकती। यहां सरकार को पक्के तौर पर डाक्टर की नियुक्ति कर देनी चाहिए। समाज सेवक परगट सिंह नेष्टा ने कहा कि हलका अटारी के अंतर्गत गांवों में डिपो होल्डर गरीब जनता को गेहूं देने के लिए परेशान कर रहे है। एससी गरीब परिवारों की सबसे बड़ी समस्या यही हे जो सरकार को पहल के आधार पर हल करनी चाहिए।