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जागरूकता के बावजूद दहेज की बलि चढ़ रही बेटियां, साल 2021 में 182 केस दर्ज हुए

दहेज के खिलाफ चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों के बावजूद बेटियां आए दिन इस कुप्रथा की बलि चढ़ रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 11:30 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 11:53 PM (IST)
जागरूकता के बावजूद दहेज की बलि चढ़ रही बेटियां, 
साल 2021 में 182 केस दर्ज हुए
जागरूकता के बावजूद दहेज की बलि चढ़ रही बेटियां, साल 2021 में 182 केस दर्ज हुए

नवीन राजपूत, अमृतसर: सरकार और गैर सरकारी संस्थाओं की तरफ से लगातार दहेज के खिलाफ चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों के बावजूद बेटियां आए दिन इस कुप्रथा की बलि चढ़ रही हैं। ससुरालियों की तरफ से लालच पूरा नहीं होने पर बहू को घर से निकाला जा रहा है। साल 2021 में पुलिस ने दहेज प्रताड़ना के 178 और अप्रैल, जून, सितंबर और नवंबर में दहेज हत्या के आरोप में एक-एक मामला यानी कुल चार केस दर्ज किए। आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो दहेज के लिए कहीं लड़की को जलाकर या फिर जहर देकर मार दिया जाता है। दहेज हत्या के मामले तो पुलिस तुरंत दर्ज कर देती है, लेकिन दहेज प्रताड़ना के मामलों में लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। भरण -पोषण के लिए कोर्ट में दायर किए 431 केस

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विवाहित महिलाओं के उत्पीड़न का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 2021 में भरण-पोषण के 371 मामले कोर्ट में दायर किए गए। इसमें एक अर्जी दाखिल कर महिला अपने पति से गुजारे भत्ते की मांग करती है। न्यायाधीश पति की आय का साधन देखकर पीड़िता महिला का खर्च तय करते हैं और पति को उसे देने के लिए आदेश भी जारी करते हैं। मध्यस्थता से जुड़ते हैं रिश्ते

दहेज प्रताड़ना को लेकर की गई शिकायतों का निवारण थाना स्तर पर किया जाता है। अगर दोनों पक्षों में सहमति नहीं होती है तो पुलिस जांच के बाद आरोपित पक्ष पर एफआइआर दर्ज करती है। इस बीच दोनों पक्षों में कई बार राजीनामा भी हो जाता है। साल 2021 में महिला थानों ने 81 केसों में दोनों पक्षों का वाद-विवाद दूर करते हुए घर बसा दिए। पुलिस ना सुने तो कोर्ट में कर सकते हैं केस दायर

वकील राज प्रीत कौर ने बताया कि दहेज प्रताड़ना के केसों में पुलिस अगर कार्रवाई ना करे तो सीधे कोर्ट में भी केस दायर किया जा सकता है। उन्होंने बीते दो साल में 12 केस सीधे कोर्ट में दायर किए हैं। -361 दहेज प्रताड़ना के मामले पिछले छह साल में सर्वाधिक दर्ज किए

-9-9 दहेज हत्या के आरोप में केस 2017 और 2020 में दर्ज हुए

-178 दहेज प्रताड़ना के और चार दहेज हत्या के केस पिछले साल दर्ज हुए

-81 केसों में पिछले साल थानों ने दोनों पक्षों में विवाद दूर कर घर बसाया साल 2021 में किस माह में कितनी एफआइआर दर्ज की गईं

महीना दहेज प्रताड़ना

जनवरी 21

फरवरी 18

मार्च 15

अप्रैल 08

मई 12

जून 18

जुलाई 10

अगस्त 15

सितंबर 13

अक्तूबर 07

नवंबर 22

दिसंबर 19 पिछले छह साल में दर्ज किए गए मामले

साल दहेज प्रताड़ना दहेज हत्या

2016 292 5

2017 361 9

2018 228 7

2019 168 4

2020 181 9

2021 178 4


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