डाक्टरों की हड़ताल खत्म, अब करवा सकते हैं इलाज
सरकार से आश्वासन मिलने के बाद सरकारी डाक्टरों ने अब नियमित ओपीडी की शुरुआत कर दी है।
जासं, अमृतसर: शुक्र है, पिछले करीब सवा माह बाद जिले में सेहत सेवाएं पटरी पर लौट आई। सरकार से आश्वासन मिलने के बाद सरकारी डाक्टरों ने अब नियमित ओपीडी की शुरुआत कर दी है। सिविल अस्पताल, गुरुनानक देव अस्पताल, ईएसआइ अस्पताल, ईएनटी, टीबी अस्पताल, पांचों सेटेलाइट अस्पतालों व जिले के सात ब्लाकों में स्थित सीएचसी व पीएचसी में सेहत सेवाएं नियमित हुईं।
दरअसल, पंजाब सरकार ने पे—कमीशन की रिपोर्ट में जो संशोधित किया था उसमें अब 20 प्रतिशत एनपीए को वेतन से लिक करने की बात कही है। यह आदेश मिलने के बाद पीसीएमएस डाक्टर्स एसोसिएशन ने हड़ताल वापसी की घोषणा कर दी। एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. मदन मोहन के अनुसार वीरवार से ओपीडी सेवाएं पूर्णत: बहाल कर दी गई हैं। हालांकि हड़ताल समाप्ति की जानकारी कम ही लोगों को थी, इसलिए अस्पतालों में मरीजों की संख्या कम रही।
सिविल अस्पताल में इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन व आप्थेल्मिक आफिसर राकेश शर्मा ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों से कई बार कर्मचारी परेशान हो जाते हैं। अपनी मांगे मनवाने के लिए कर्मचारी सरकार से अपील करते हैं, पर जब कोई समाधान नहीं मिलता तब हड़ताल करने को विवश होना पड़ता है। हमने हड़ताल के दौरान मरीजों को परेशानी नहीं होने दी। इमरजेंसी में मरीजों का उपचार जारी रहा। गर्भवतियों की डिलीवरी भी कीं। अब अस्पतालों की सभी ओपीडी खुल गई हैं। मेडिसिन, सर्जरी, आर्थो, ईएनटी, आई ओपीडी में मरीजों की जांच जारी है। सिविल में 350 और जीएनडीएच में 500 मरीजों की जांच
डाक्टरों ने इलेक्टिव सर्जरी भी बहाल कर दी। जो मरीज इलेक्टिव सर्जरी के इंतजार में थे, उनमें से कुछ की सर्जरी कर दी गई हैं। वहीं सिविल अस्पताल में वीरवार को करीब 350 मरीजों की ओपीडी हुई। वहीं गुरु नानक देव अस्पताल (जीएनडीएच) में 500 मरीजों रुटीन में जांच करवाने आए। इससे पूर्व हड़ताल की वजह से तकरीबन सवा माह तक मरीज परेशान रहे थे।